ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी ने बंगाल में लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है। जिसके बाद अब पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में उतरने का ऐलान कर चुकी है। ममता बनर्जी इन दिनों दिल्ली दौरे पर है और विपक्षी पार्टियों को साधने में जुटी हुई है। लेकिन दूसरी ओर टीएमसी नेताओं की बयानबाजियों ने देश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है।
टीएमसी की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने पिछले दिनों बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को बिहारी गुंडा कह दिया। जिसके बाद से ही बीजेपी के साथ-साथ टीएमसी की सहयोगी पार्टियों ने भी ममता बनर्जी को निशाने पर लेना शुरु कर दिया है। टीएमसी के बिहारी गुंडा वाले बयान पर सियासत तेज! विपक्षियों के साथ-साथ सहयोगियों ने भी लगाई क्लास
अगर माफी नहीं मांगी तो…
बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि सांसद महुआ मोइत्रा को उनके इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो बिहारी दिल्ली में उनकी ईंट से ईंट बजा देंगे। उन्होंने कहा, बीजेपी को 38 फीसदी वोट मिलने की वजह से टीएमसी काफी बौखलाई हुई है। उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। इसीलिए वह इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं।
बिहार, झारखंड और यूपी के लोग गुंडे नहीं
वहीं, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि वह झारखंड से ताल्लुक रखते हैं। संसद में उन्हें 13 साल हो चुके हैं लेकिन टीएमसी सांसद ने उन्हें ‘बिहारी गुंडा’ कहा है। उन्होंने कहा, बिहार, झारखंड और यूपी के लोग गुंडे नहीं हैं बल्कि ये उनके लिए गर्व की बात है। इसके साथ ही उन्होंने टीएमसी पर बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया। बीजेपी सांसद ने कहा शिक्षा से लेकर संस्कृति तक बिहार का योगदान सराहनीय रहा है।
समूचे उत्तर भारत के लोगों का अपमान
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा, महुआ मोइत्रा का यह बयान बिहार के लोगों के साथ ही समूचे उत्तर भारत के लोगों का भी अपमान है। लिहाजा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपनी सांसद के बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। वहीं बीजेपी सांसद अनिल जैन ने कहा कि महुआ मोइत्रा के जरिए इस्तेमाल किए गए शब्द असंसदीय हैं और ऐसे शब्दों का इस्तेमाल बेहद ही आपत्तिजनक है।
मनोज तिवारी ने भी बोला हमला
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने इस मामले को लेकर ममता बनर्जी को टैग करते हुए ट्विट किया। उन्होंने कहा, बिहारी परिश्रमी होता है पारिश्रमिक होता है। श्रम में विश्वास रखता है। उसे गुंडा कहलवा के आपने करोड़ो भोले-भाले लोगों का दिल दुखाया है। ये अपमान याद रहेगा।
आपको बंगाल की गुंडागर्दी मुबारक
इस मसले पर आरजेडी नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि इस तरह की टिप्पणी से परहेज करना चाहिए। वहीं, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने महुआ मोइत्रा को टैग करते हुए ट्विट किया और कहा है कि ‘आपके सहयोगी आरजेडी की सरकार थी तो सत्ता संरक्षित गुंडागर्दी के कारण बिहारियों को बिहारी गुंडा जैसे शब्दों का सामना करना पड़ता था। आज बिहार में नीतीश कुमार के सुशासन की सरकार है और बिहारी शब्द सम्माान का शब्द है। वैसे आपको बंगाल की गुंडागर्दी मुबारक।‘
जानें क्या है मामला?
बताते चले कि इन दिनों सदन में पेगासस जासूसी मामले को लेकर बवाल मचा हुआ है। हर रोज इस मुद्दे पर नेताओं की ओर से तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी जा रही है। 28 जुलाई को पेगासस मुद्दे पर आईटी मंत्रालय की संसदीय समिति की बैठक होने वाली थी। जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस सांसद शशि थरुर को करना था।
बीजेपी सांसदों ने इस बैठक का बॉयकॉट किया। जिसके कारण कोरम पूरा न होने के कारण बैठक नही हो सकी। खबरों की मानें तो बैठक के लिए पहुंची टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे के बीच जमकर नोंकझोंक देखने को मिली।
निशिकांत दुबे का आरोप है कि महुआ मोइत्रा ने उनको बिहारी गुंडा कहा जबकि महुआ मोइत्रा का कहना है कि जब रिकॉर्ड के अनुसार निशिकांत वहां पर थे ही नहीं तो वो निशिकांत के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कैसे कर सकती है।