सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक महिला को अपना दुखड़ा सुनाते देखा जा सकता है। गौर करने वाली बात तो ये है कि दबंग के सामने पुलिसिया व्यवस्था भी घुटने टेक देती है और खुद भी दबंगई का चोला पहन रक्षक से भक्षक बन जाती है। हम ऐसा नहीं कह रहे हैं बल्कि आपको इस स्टोरी में इसका एक नमूना तो जरूर मिल जाएगा। आइए इस खबर को डीटेल में जानते हैं…
ये खबर है पीलीभीत की, जहां के बीसलपुर थाना एरिया में दबंगई का एक नमूना देखने को मिला। दरअसल आरोप है कि बीसलपुर कोतवाल कमल सिंह यादव ने एक दुष्कर्म पीड़ित महिला को थप्पड़ जड़ दिया और थाने से भी भगा दिया। यहां गौर करने वाली बात तो ये है कि कोर्ट के आदेश पर पीड़िता का मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन फिर भी पीड़िता दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।
वायरल वीडियो में महिला रो रो कर अपना दुखड़ा सुनाती हुई कहती है कि जब वो शिकायत करने गई तो बीसलपुर थाना में कोतवाल कमल सिंह ने थप्पड़ जड़ दिया और कहा तू गंदी है तू क्या दे सकती है। मुझे ₹500000 दिया है आरोपियों ने।
महिला का आरोप है कि कोतवाल कमल सिंह कहता है कि तूने अगर फैसला नहीं किया तो तुझे ऐसे केस जेल में डालूंगा कि जीवन भर वहीं सड़ती रहेगी। महिला ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में आगे कहा है कि वह इस समय चुर्रासकतपुर डंडियां नवाजिश के मध्य झाला पर रहती है, उसने हरियाणा के पलवल जिला में वीरपाल के साथ शादी की। उसने अपनी सारी संपत्ति अपने पति को सौंप दी और पति को जैसे ही पैसा मिला उसने महिला को धक्के मार कर घर से बाहर निकाल दिया।
महिला अपने साथ दुष्कर्म किए जाने के आरोप कई लोगों पर लगाती है। साथ ही खुद के बेचे जाने का भी कई लोगों पर आरोप लगाती है। महिला बताती है कि उसके दो बच्चे हैं एक बेटा और बेटी। वो रोती हुई बताती है कि जोगिंदर पाल सिंह अमरपाल वीरेंद्र पाल तोताराम दुष्कर्म करते थे। वो बताती कि पति के घर से निकाले जाने के बाद वो अपने जेठ का सहारा लेकर दूसरी जगह रहने लगी लेकिन फिर उसे बेच दिया गया और उसकी शादी एक 70 साल के बुढ़े शख्स से करा दी गई, जिसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया जाने लगा। और तो और रोज जान से मारने की भी धमकी दी जाती थी। वहीं जब वो थाने में शिकायत के लिए गई तो कोतवाल ने उसको थप्पड़ मारकर भगा दिया और अब वो आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रही है।
एक तरफ महिला न्याय की गुहार लगा रही है जो आरोप लगाती है कई लोगों पर की उसके साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया गया, उसके बेचकर जबरन बुढ़े शख्स से उसकी शादी करा दी गई। तो वहीं दूसरी तरफ बीसलपुर कोतवाल पर दबंगई के भी आरोप लगाती है। अगर एक रेप पीड़ित महिला को न्याय की गुहार के लिए दर दर की ठोकरे खानी पड़े तो पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान तो उठेंगे ही। इस तरह की हैरान परेशान करने वाली खबरें प्रशासन के सुव्यवस्था के झूठे दावों का पोल तो खोलती ही है। देखना ये होगा कि अब इस मामले में कोई एक्शन लिया भी जाता है या फिर नहीं।