उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में छात्रों के प्रदर्शन को लेकर जमकर बवाल मच गया। मामले में पुलिस की कार्रवाई को लेकर राज्य की सियासत गर्मा गई है। दरअसल, नौकरी नहीं मिलने के चलते छात्र सड़क पर उतर आए और योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने सलोरी इलाके में प्रयाग स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर ही डेरा जमा दिया और काफी देर तक प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने इस पर एक्शन लेते हुए लाठीचार्ज किया और भीड़ को ट्रैक से हटाया।
इसके अलावा सोशल मीडिया पर कुछ वीडियोज भी इस मामले को लेक वायरल हो रहे हैं, जिसमें हॉस्टल में घुसकर पुलिस उन छात्रों को बाहर निकालती नजर आ रही हैं, जो प्रदर्शन करने वाले छात्रों में शामिल थे। वीडियो में कोई पुलिसकर्मी बंदूक की बट से दरवाजा तोड़ने की कोशिश कर रहा है, तो कोई लातों से दरवाजा तोड़ता नजर आ रहा है। पुलिस ने इस पर कहा कि वो हर उपद्रवी को ढूंढ रहे हैं जिसने इलाके में अराजकता फैलाने की कोशिश की।
क्यों प्रदर्शन कर रहे छात्र?
मामला रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड RRB में एनटीपीसी यानी नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी भर्ती के नतीजों से जुड़ा हुआ है। छात्रों ये आरोप लगा रहे है कि ऐन वक्त पर बोर्ड ने नियम बदले। रिजल्ट आने के बाद सिर्फ 5 फीसदी छात्रों को ही नौकरी दी जा रही है, जबकि ये आंकड़ा 20 प्रतिशत होना चाहिए थे। इसको लेकर ही छात्र सड़कों पर आए और प्रदर्शन करने लगे।
मामले पर बवाल बढ़ता देख प्रशासन ने भारी तादाद में पुलिस फोर्स भेजी, जिसके बाद छात्रों को घटनास्थल से हटाया गया। इसके बाद पुलिस छात्रों के हॉस्टल में घुस आई और प्रदर्शनकारी छात्रों को ढूंढ़ने लगी। इस दौरान पुलिस ने कई छात्रों के साथ मारपीट भी की। कमरों के दरवाजों को तोड़ा गया।
विपक्ष ने साधा निशाना
सोशल मीडिया पर पुलिस कार्रवाई के कई वीडियो सामने आए हैं, जिसको लेकर विपक्ष योगी सरकार पर जमकर हमला बोल रही है। सपा ने मामले को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा- ‘प्रयागराज में एनटीपीसी के रिजल्ट को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हटाने के लिए पुलिस द्वारा छोटा बघाड़ा लॉज में घुसकर निर्दोष विद्यार्थियों पर बर्बर लाठीचार्ज घोर निंदनी। हर कदम पर दमन करने वाली भाजपा सरकार को युवा पलट देंगे इस बार। युवाओं का इंकलाब होगा 22 में बदलाव होगा।’
वहीं प्रियंका गांधी ने भी मसले पर एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- ‘प्रयागराज में पुलिस द्वारा छात्रों के लॉज में और हॉस्टलों में जाकर तोड़-फोड़ करना और उनको पीटना बेहद निंदनीय है। प्रशासन इस दमनकारी कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाए। युवाओं को रोजगार की बात कहने का पूरा हक है और मैं इस लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ हूं।’
घटना को लेकर जानकारी देते हुए प्रयागराज एसएसपी अजय कुमार ने भी बयान जारी किया औरकहा है कि अराजकता फैलाने वाले उपद्रवी बख्शे नहीं जाएंगे ना वो पुलिस कर्मी जिन्होंने अनावश्यक बल प्रयोग कर दहशत फैला। उन्होंने ये भी बताया कि छात्र बार-बार पथराव कर रहे थे और उसके बाद आसपास के हॉस्टल के कमरों में छिपे रहे थे, जिसके चलते पुलिसकर्मियों ने उन छात्रों को हॉस्टल के कमरों से निकाला।