देश में कोरोना की दूसरी लहर बड़ी मुश्किल से काबू में आई। सेकेंड वेव के दौरान हालात बद से बदतर हो गए थे। रोजाना सामने आने वाले मामलों की संख्या 4 लाख के भी आंकड़े को पार कर गई थीं। वहीं मौतों के आंकड़ों में भी तेजी से इजाफा हो रहा था।
केस घटे, बढ़ी लापरवाही
देश में भले ही दूसरी लहर को कंट्रोल में आ गई हो, लेकिन थर्ड वेव को लेकर चिंताएं लगातार बढ़ी हुई हैं। तमाम एक्टपर्ट्स पहले से ही लोगों को तीसरी लहर को आगाह कर चुके हैं। बावजूद इसके दूसरी लहर से केस कम होते और लॉकडाउन में छूट मिलते ही लोग लापरवाह हो गए हैं। कोरोना के नियमों की हर जगह धज्जियां उड़ रही हैं। लोग एक बार फिर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करना भूल रहे हैं। वहीं इसके साथ में हिल स्टेशनों पर पर्यटकों की भीड़ टेंशन और बढ़ाने वाली हैं।
पीएम ने भी किया आगाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसको लेकर गुरुवार को अपनी चिंता व्यक्त की। दरअसल पीएम ने बीते दिन नए मंत्रियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। एक छोटी सी गलती के परिणाम दूरगामी हो सकते हैं और इससे महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई कमजोर हो सकती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे। ये दृश्य अच्छा नहीं। हमारे अंदर डर होना चाहिए।
जानिए ताजा आंकड़ों के बारे में…
अगर आंकड़ों पर गौर डालें तो पीएम मोदी की ये चिंता जायज भी लगती है। 9 मई को कोरोना की सेकेंड वेव अपने पीक पर थीं। इसके बाद देश में केस में कमी आई। इस बीच परेशान करने वाली बात ये है कि बीते कुछ दिनों से डेली केस और पॉजिटिविटी रेट में इजाफा देखने को मिला है। हालांकि अभी घबराने की बात नहीं है, क्योंकि जब तक 7 दिनों का दैनिक नए केस का औसत तेजी से ना बढ़े, तब तक इसको थर्ड वेव का संकेत नहीं माना जा सकता।
कोरोना केस में आ रहा उतार चढ़ाव
भले ही कोरोना केस में अब काफी कमी आ गई हो, लेकिन फिर भी काफी सतर्क रहने की जरूरत है। बीते दो-तीन दिन से कोरोना केस में बढ़त देखने को मिली है। जहां मंगलवार को एक दिन में 34 हजार से ज्यादा केस सामने आए थे, वहीं बुधवार को इसमें बढ़त देखने को मिली और 43 हजार नए केस आए। साथ ही गुरुवार को 45 हजार से अधिक नए मामले दर्ज किए गए। हालांकि आज यानी शुक्रवार को इसमें थोड़ी कमी आई और देश में फिर 43 हजार से अधिक कोरोना केस मिले। वहीं कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा अभी भी 800-900 के बीच है।
55 दिनों बाद बजी खतरे की घंटी
इसके अलावा देश में 55 दिनों के बाद गुरुवार को ऐसा हुआ कि नए केस की संख्या रिकवर होने वाले मरीजों से ज्यादा रहीं। हालांकि ये अंतर मामूली ही रहा। गुरुवार को 45,892 नए केस सामने आए, जबकि इस दौरान 44,291 लोग वायरस को मात देकर ठीक हुए।
केरल में रोजाना आ रहे 13 हजार केस
इस बीच एक राज्य जो सबसे ज्यादा चिंता बढ़ाए हुए है, वो केरल है। केरल तो छोड़ दें तो सभी राज्यों में हालात सुधरें। लेकिन यहां रोजाना ही 11 से 13 हजार के बीच नए केस सामने आ रहे है। गुरुवार को केरल में 13,772 नए केस आए है। जबकि इस दौरान 142 लोगों ने राज्य में दम तोड़ा। केरल में एक्टिव केस की संख्या एक लाख 10 हजार से ज्यादा है।
वहीं महाराष्ट्र में गुरुवार को 9083 नए केस दर्ज किए गए। यानी जो कुल मामले सामने आए उसमें से 50 फीसदी से ज्यादा केस तो अकेले इन दो राज्यों से ही अभी आ रहे है।