देश में इस वक्त इमरजेंसी जैसे हालात बन गए हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों और ऑक्सीजन की कमी के चलते अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। दिल्ली-NCR के अस्पतालों से लगातार ऑक्सीजन की शॉर्टेज की खबरें सामने आ रही हैं, जिसके चलते कई मरीजों की जान पर खतरे में है।
केजरीवाल की इस हरकत से खफा हुए पीएम
कोरोना के बिगड़ते हालातों और ऑक्सीजन की कमी को लेकर शुक्रवार सुबह पीएम मोदी ने 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। लेकिन इस बैठक में केजरीवाल ने ऐसा कुछ किया जिससे पीएम खफा हो गए।
खबरों की मानें तो कोरोना के हालातों को लेकर पीएम-सीएम की ये जो बैठक हो रही थी, उसे दिल्ली के मुख्यमंत्री रिकॉर्ड किया और इसे लीक कर दिया, जिसके चलते प्रधानमंत्री उनसे नाराज हो गए। पीएम मोदी ने सीएम केजरीवाल को फटकार लगाते हुए कहा कि आपने एक महत्वपूर्ण प्रोटोकॉल को तोड़ा। ऐसी निजी बातों का कभी प्रचार प्रसार नहीं किया जाता।
पीएम मोदी ने केजरीवाल से कहा कि हमारी जो परंपरा है, जो प्रोटोकॉल है, ये उसके खिलाफ हुआ कि कोई मुख्यमंत्री इनहाउस मीटिंग को लाइव टेलीकास्ट करें। ये सही नहीं। हमे हमेशा संयम का पालन करना चाहिए। पीएम की इस फटकार के बाद केजरीवाल ने अपनी गलती मानी और हाथ जोड़कर माफी भी मांगी। साथ ही केजरीवाल ये भी बोले कि वो आगे इन बातों का ध्यान रखेंगे।
बैठक में केजरीवाल ने क्या कहा?
इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम को राजधानी के ताजा हालातों के बारे में जानकारी दी। साथ में केजरीवाल ने ऑक्सीजन की वजह से हो रही समस्या के बारे में प्रधानमंत्री को बताया।
केजरीवाल ने पीएम से अपील की कि देश के सारे ऑक्सीजन प्लांट्स को केंद्र तुरंत आर्मी के जरिए अपने कब्जे में ले। इसके अलावा भी केजरीवाल ने इस मीटिंग में अपनी कई समस्याओं के बारे में पीएम को बताया। आइए आपको बताते हैं कि आखिर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मीटिंग में क्या क्या कहा?
मीटिंग में केजरीवाल बोले कि केंद्र ने दिल्ली का ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाया। लेकिन उसमें से केवल साढ़े तीन सौ टन ऑक्सीजन ही दिल्ली पहुंच पाई। प्रधानमंत्री जी जब से ऑक्सीजन का ये संकट शुरू हुआ, मेरे फोन बजते है। कोई कहता है कि अस्पताल में तीन घंटे की ऑक्सीजन बची है, तो कोई कहता दो घंटे की बची है। जब हम वजह जानने की कोशिश करते हैं, तो पता चलता है कि किसी राज्य ने पीछे दिल्ली आने वाले ऑक्सीजन के ट्रक को रोका हुआ है।
केजरीवाल बोले कि मदद के लिए हमने केंद्र के कुछ मंत्रियों को फोन किया। शुरू में मदद मिली, लेकिन अब वो भी थक गए। देश के संसाधनों पर तो 130 करोड़ लोगों का हक है। दिल्ली में अगर ऑक्सीजन की फैक्ट्री नहीं तो क्या दिल्ली के 2 करोड़ लोगों को ऑक्सीजन ही नहीं मिलेगी? जिन राज्यों में ऑक्सीजन रोकी जा रही है, उनके मुख्यमंत्रियों से आप फोन पर बात करें। आपका एक फोन ही काफी है सर।
‘तो मैं किससे बात करूं?’
दिल्ली के सीएम ने पीएम मोदी से पूछा कि जहां ऑक्सीजन की फैक्ट्री है, वो राज्य क्या दिल्ली की ऑक्सीजन रोकेंगे? आज आप बहुत सही समय पर ये मीटिंग बुलाई, इसके लिए शुक्रिया। मैं ये पूछना चाहता हूं कि अगर आज या कल किसी भी वक्त किसी अस्पताल में एक या आधे घंटे की ऑक्सीजन बची हो और लोगों के मरने की नौबत आए, तो मैं केंद्र में किससे बात करूं? सर मैं ये जानना चाहता हूं कि अगर किसी राज्य ने दिल्ली के कोटे की ऑक्सीजन के ट्रक को रोक दिया, तो किससे बात करूं?
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हालातों की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कहा कि हालात अभी काफी गंभीर है। हम ऐसे में लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकते। हर जिंदगी की कीमत है। दिल्ली के लोगों की तरफ से मैं हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि फौरन कोई सख्त और सार्थक कदम उठाएं, नहीं तो अगर दिल्ली में कोई बढ़ी त्रासदी हो सकती है।
केजरीवाल ने पीएम से मांग की कि देश के सभी ऑक्सीजन प्लांट्स को तुरंत ही आर्मी के जरिए अपने कब्जे में ले। ऑक्सीजन प्लांट के ट्रक के साथ अगर एख आर्मी का एस्कॉर्ट्स वीकल होगा, तो कोई ट्रक नहीं रोकेगा।
सीएम केजरीवाल बोले कि हमारे कोटे में से कुछ ऑक्सिजन ओडिशा से भी आनी है। इसके लिए अगर हो सके तो हमको हवाई जहाज भी उपलब्ध कराएं। ऑक्सीजन एक्सप्रेस के जरिए दिल्ली तक ऑक्सीजन पहुंचाई जाए।
मीटिंग में केजरीवाल ये भी बोले कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से अस्पतालों के जो हालात हो रहे हैं, वो देखे नहीं जा रहे। पूरी रात नींद नहीं आती। इनका सीएम होकर भी मैं इनके लिए कुछ नहीं कर पा रहा। डर लगता है कि ऑक्सीजन की कमी के चलते कोई बड़ा हादसा ना हो जाए। ऐसा हुआ तो हम कभी अपने आपको माफ नहीं कर पाएंगे।