सरकारों ने खुद ही लिया चडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह रखने का क्रेडिट
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में घोषणा करते हुए ये जानकारी दी कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट (Chandigarh Airport) का नाम स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह (Bhagat Singh) के नाम से जाना जाएगा. वहीं इस घोषणा के बाद किसे इसका क्रेडिट दिया जाएगा इसको लेकर कई सारे सवाल खड़े ही गए हैं. दरअसल, इस समय केंद्र में बीजेपी की सरकार है और पंजाब में आम आदमी की पार्टी और इससे पहले पंजाब में कांग्रेस की सरकार रही. वहीं सवाल ये पैदा होता है किसने इस बात का प्रस्ताव दिया कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह होना चाहिए और किसे इसका क्रेडिट मिलना चाहिए.
पीएम मोदी ने रेडियो कार्यक्रम में करी घोषणा’
प्रधानमंत्री मोदी ने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में कहा कि ‘भगत सिंह की जयंती के ठीक पहले उन्हें श्रद्धांजलि स्वरूप एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। यह तय किया गया है कि चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम अब शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जाएगा। वहीं चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के लोगों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसकी लंबे समय से प्रतीक्षा की जा रही थी। वहीं प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा लें, उनके आदर्शों पर चलते हुए उनके सपनों का भारत बनाएं, यही उनके प्रति हमारी श्रद्धांजलि होती है। शहीदों के स्मारक, उनके नाम पर स्थानों और संस्थानों के नाम हमें कर्तव्य के लिए प्रेरणा देते हैं।’
वहीं मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही देश ने कर्तव्य पथ पर नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की मूर्ति की स्थापना के जरिए भी ऐसा ही एक प्रयास किया है और अब शहीद भगत सिंह के नाम से चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम इस दिशा में एक और कदम है। उन्होंने कहा, ‘मैं चाहूंगा, अमृत महोत्सव में हम जिस तरह स्वतंत्रता सेनानियों से जुड़े विशेष अवसरों को मना रहे हैं, उसी तरह 28 सितंबर को भी हर युवा कुछ नया प्रयास अवश्य करे।’
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भगवंत मान ने जारी किया बयान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रधानमंत्री द्वारा की घोषणा को लेकर कहा है कि यह राज्य सरकार के अथक प्रयासों का नतीजा है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उनके और हर पंजाबी के लिए एक सपने के साकार होने जैसा है, क्योंकि उनकी सरकार इस संबंध में ठोस प्रयास कर रही थी।
पूर्व सीएम अमरिंदर ने किया दावा
इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया कहते हुए भाजपा नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जो वो कांग्रेस में थे तब उनकी सरकार ने 2017 में केंद्र सरकार के साथ इस मामले को उठाया था। सिंह ने बयान जारी कर कहा कि यह पंजाब के लोगों की लंबे समय से लंबित मांग थी कि हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जाए, जो देश के लिए वीरता, साहस और बलिदान का एक उत्कृष्ट प्रतीक हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कही ये बड़ी बात
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इस घोषणा को लेकर प्रधानमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार खट्टर ने कहा कि भगत सिंह की जयंती 28 सितंबर को है और इससे पहले चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम उनके नाम पर रखा जाना महत्वपूर्ण है। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी इस घोषणा का स्वागत किया है। चौटाला ने कहा कि पंजाब और हरियाणा की सरकारें इससे पहले चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम भगत सिंह के नाम पर रखने के लिए सहमत हुई थीं।
भगवंत मान और दुष्यंत चौटाला की हुई थी बैठक
वहीं मान ने चौटाला के साथ बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि हमने चर्चा की थी और इस पर आम सहमति बनी थी।जिसके बाद पंजाब सरकार ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को एक पत्र भी भेजा था, जिसमें कहा गया था कि भगत सिंह की जयंती 28 सितंबर को पड़ती है और इससे पहले हवाई अड्डे का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखा जा सकता है। पंजाब सरकार ने 2017 में हवाई अड्डे का नाम ‘शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मोहाली’ रखने की मांग की थी। हरियाणा सरकार ने कहा था कि उसे भगत सिंह के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हवाई अड्डे के नाम में मोहाली जोड़े जाने पर उसने चिंता जताई थी।
वहीं अभी भी ये सवाल बना हुआ है कि पीएम मोदी द्वारा की गयी इस घोषणा के बाद सत्ता पर काबिज और विपक्ष के नेता जिनकी एक समय सरकार थी उनके द्वार दिए गए बयान के बाद किसे चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने का क्रेडिट मिलना चाहिए.