देश में कोरोना का कहर जारी है। हर रोज रिकार्ड नए मामले सामने आ रहे है और हजारों लोगों की मौते हो रही है। कई राज्यों में पूर्ण लॉकडाउन लगा हुआ है तो वहीं कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन जैसी पाबंदिया लगाई गई है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
देश में वैक्सीनेशन का काम भी जोर शोर से चल रहा है। इसी बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि वे अपने क्षेत्र के लोगों के संपर्क में रहें, उनकी मदद करें और स्थिति के बारे में जानकारी लेते रहे।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा…
बीते दिन शुक्रवार को मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए पीएम मोदी ने यह बात कही। खबरों के मुताबिक बैठक में पीएम ने स्थानीय स्तर पर मुद्दों की त्वरित पहचान और निस्तारण सुनिश्चित करने की जरूरत” पर भी बल दिया।
डिजिटल तरीके से हुई इस बैठक में कहा गया कि महामारी ने “सदी में एक बार” आने वाले संकट जैसे हालात बना दिये हैं और दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती पेश की है। इसमें मंत्रिपरिषद् को अस्पतालों में बिस्तरों, ऑक्सीजन सुविधाओं की संख्या बढ़ाने और ऑक्सीजन व अन्य जरूरी दवाओं की उपलब्धता से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिये उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई।
15 करोड़ से ज्यादा लोगों को लगे टीके
बताया जा रहा है कि इस बैठक में आर्थिक रूप से कमजोर तबके की मदद के लिये मुफ्त अनाज और जनधन खाता धारकों को आर्थिक सहायता पर भी बैठक के दौरान चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि देश में अब तक 15 करोड़ कोविड रोधी टीके की खुराक लोगों को दी जा चुकी हैं।
खबरों के मुताबिक बैठक में इस बात का भी जिक्र किया गया कि देश सफलतापूर्वक दो टीकों का उत्पादन कर सका है और टीकों के कई और दावेदार मंजूरी के विभिन्न चरणों की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। मंत्रिपरिषद ने कोविड अनुकूल आचरण– मास्क पहनना, दूसरों से छह फीट की सामाजिक दूरी का पालन करना और नियमित रुप से हाथ धुलने के महत्व को रेखांकित किया।
विदेशी वैक्सीनों को मिली मंजूरी
बता दें, देश में कोरोना के दूसरे वेब से भारत की स्थिति गंभीर बनी हुई है। हालात दिन प्रतिदिन बदतर होते जा रहे हैं। दुनिया के अन्य देशों की अपेक्षा भारत में हर रोज सबसे ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं और हर रोज हजारों लोगों की मौत की खबरें भी सामने आ रही है। देश में लोगों को कोविशिल्ड और कोवैक्सीन लगाई जा रही है जो काफी हद तक असरदार साबित हो रही हैं। भारत सरकार ने कई अन्य विदेशी वैक्सीनों को भी मंजूरी दे दी है जो आने वाले कुछ ही दिनों में भारतीय बाजारों में उपलब्ध होंगी। बताया जा रहा है कि आने वाले 1 से डेढ़ महीनें बाद हालात में सुधार देखने को मिल सकता है।