यूट्यूब पर 9 चैनलों के खिलाफ एक बड़ी कारवाई की गई है और इस कारवाई की वजह फर्जी खबर है जिसके बाद अब इन चैनल को तत्काल प्रभाव से ब्लॉक कर दिया गया है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय की पीआईबी फैक्ट चेक यूनिट ने पता लगाया गया है कि ये चैनल राष्ट्रपति, ईवीएम, केंद्रीय मंत्रियों से जुडी झूठी खबरें दिखाते थे और इस वजह से इन चैनल को बंद कर दिया गया है.
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यूट्यूब के इन 9 चैनलों पर की गयी कारवाई
जानकारी के अनुसार, यूट्यूब के जिन 9 चैनलों पर कारवाई की है उन चैनलस का नाम GTV, बजरंग एजुकेशन, आपके गुरुजी, बीजे न्यूज़, संसनी लाइव टीवी, डेली स्टडी, भारत एकता न्यूज़, अब बोलेगा भारत और सरकारी योजना ऑफिशियल है. ये सभी चैनल पीएम, सीजेआई समेत तमाम हस्तियों को लेकर फेक-न्यूज फैलाते थे साथ ही चैनल राज्यों में राष्ट्रपति शासन लागू करने, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) पर प्रतिबंध लगाने और केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफे या मृत्यु के झूठे दावे करने जैसी खबरे चलाता थे साथ ही 200 रुपये और 500 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध, बैंकों को बंद करने और सरकारी योजनाओं और नीतियों से संबंधित गलत जानकारी शामिल थी और इन चैनलों के सब्सक्राइबर भी 83 लाख के पार के थे.
झूठे थंबनेल का किया जाता था इस्तेमाल
वहीं ये चैनल फर्जी खबरों के मुद्रीकरण और क्लिकबैट और सनसनीखेज झूठे थंबनेल का उपयोग करते थे ताकि इन विडियो पर व्यूज आये. PIB फैक्ट चेक यूनिट ने कहा कि ये नौ YouTube चैनल टीवी न्यूज चैनलों और उनके न्यूज एंकरों के थंबनेल और छवियों का उपयोग करके दर्शकों को यह विश्वास दिलाया जाता था कि उनके ओर से साझा की गई खबर सच्ची है.
इससे पहले पीआईबी के फैक्ट-चेक अभियान (PIB fact-check campaign) में पीआईबी ने तीन यूट्यूब चैनल्स न्यूज हेडलाइन्स (News headlines), आजतक लाइव (AAJ TAK live) और सरकारी अपडेट(Sarkari update) को बैन किया गया है. न्यूज हेडलाइन्स के 9.67 लाख सब्सक्राइबर थें. इन चैनल को 31,75,32,290 बार देखा गया था. जबकि सरकारी अपडेट चैनल के 22.6 लाख सब्सक्राइबर थे. इस चैनल को 8,83,594 बार देखा जा चुका है. वहीं, आज तक LIVE के पास 65.6 हजार सब्सक्राइबर (Subscriber) थे और इसको 1,25,04,177 बार देखा जा चुका था.
पहले भी तीन चैनल हुए बैन
वहीं पीआईबी के फैक्ट-चेक अभियान के दौरान जाँच की गयी कि ये तीनों चैनल देशभर में फेक न्यूज वायरल (fake news viral) कर रहे थे. वहीं जांच-पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ कि इन चैनल में सभी वीडियो फर्जी न्यूज वाले है और न्यूज़ के व्यूज बढ़ाने के लिए इन चैनल ने झूठे थंबनेल भी लगाये हैं.
आपको बता दें, इस कदम का उद्देश्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर झूठी और भ्रामक जानकारी के प्रसार को रोकना और लोगों को गलत सूचना से बचाना है. सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को जिम्मेदार ठहराएगी और झूठी जानकारी फैलाने वाले चैनलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.
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