देश में जहांगीपुरी हिन्दू-मुस्लिम हिंसा का विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ है इसी बीच पंजाब के पाटियाला (Patiala) में शुक्रवार के दिन अचानक हिन्दू और सिख समुदाय में हिंसा क मामला सामने आया है। ख़बरों की मानें तो पटियाला (Patiala) में हिन्दू- सिख हिंसा की शुरुआत दोनों समुदाय के जुलुस निकालने को लेकर हुई। पहले दोनों समुदाय में काली माता मंदिर के बाहर झड़प हुई जिसमें एक सिख समुदाय और एक हिन्दू समुदाय का युवक घायल हो गया। बाद में झड़प ने हिंसा का रूप ले लिया। कुछ लोगों के द्वारा खालिस्तान के नारे लगाए जाने लगे। जिसके बाद से इलाके के हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। पुलिस ने हिंसा को काबू करने के लिए हवाई फायरिंग तक की। इस हिंसा के दौरान पुलिस पर तलवारें लहराई गई और जमकर पत्थरों से पथराव किया गया। जिसमें एक पुलिस अफसर घायल हो गया।
इस दौरान हालात इतने बिगड़ गए थे कि शहर में कर्फ्यू लगाने तक की नौबत आ गई। पटियाला में बीते दिन शाम सात बजे से लेकर सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाया गया था। इसके बाद आज पटियाला में इंटरनेट सेवाएं सुबह 9.30 बजे से शाम 6 बजे तक निलंबित कर दी गई है।
सिख समुदाय के लोगों ने पूरी हिंसा का आरोप शिवसेना पार्टी के एक बाल ठाकरे हिन्दू संगठन और शिवसेना नेता हरीश सिंगला पर लगाया है। इनका कहना है- खालिस्तान के नाम पर बेवजह शिवसेना ने प्रोटेस्ट मार्च निकाला, जिसके कारण माहौल खराब हुआ। सिख समुदाय का ये भी कहना था – खालिस्तान शब्द खालसा पंथ से भी जुड़ा है। हर बार इस शब्द को गलत ही समझ लिया जाता है।
हिंसा के पीछे खालिस्तानी आतंकी?
पटियाला के सिख-हिन्दू हिंसा के पीछे एक और वजह सामने आ रही है जिसमें खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू का नाम सुनने को मिल रहा है। ये सिख फॉर जस्टिस नाम के एक विवादित संगठन से है। इनका नाम हमेशा समय-समय पर अलग खालिस्तान की मांग को लेकर चर्चा में रहता है।आपको बता दें गुरुपतवंत सिंह पन्नू ने ऐलान किया था कि शुक्रवार को खालिस्तान स्थापना दिवस बनाया जायेगा। वहीं दूसरी ओर गुरुपतवंत सिंह के ऐलान के बाद शिवसेना पार्टी के एक बाल ठाकरे हिन्दू संगठन ने पटियाला में खालिस्तान के खिलाफ मुर्दाबाद मार्च निकलाने की घोषणा कर दी। शुक्रवार की दोपहर जब हिन्दू संगठन ने अपना मार्च निकाला तब खालिस्तान के समर्थकों ने इसका जमकर विरोध किया। जिसके बाद से वहां के हालात तनावपूर्ण हो गए और दोनों समुदायों में हिंसा हो गई। हालांकि प्रशासन का कहना है कि दोनों समुदाय में से किसी ने भी मार्च निकालने की अनुमति नहीं ली थी। आपको बता दें पटियाला हिंसा के मामले में शिवसेना नेता हरीश सिंगला को शिवसेना ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण अपनी पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। पुलिस ने सिंगला को हिंसा मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
पटियाला हिंसा में IG पर गिरी गाज
पटियाला में हिंसा पर पंजाब सरकार ने कड़ा रुख अपनानाते हुए पंजाब के आईजी(IG) राकेश अग्रवाल को उनके पद से हटा दिया गया है। आईजी राकेश अग्रवाल को हटाने को लेकर जो वजह सामने आई है, उसके अनुसार कहा जा रहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान उनसे खफा चल रहे थे। आपको बता दें मुखविंदर सिंह छीना को पंजाब का नया आईजी नियुक्त किया गया है। पटियाला के डिप्टी एसपी और एसएचओ को शिफ्ट कर दिया गया है। दीपक पारेक को एसएसपी और वजीर सिंह को एसपी नियुक्त किया गया है।