बुधवार 13 दिसंबर को संसद के अन्दर और बाहर कुछ लोगों ने उत्पाद मचाया जिसके बाद इस घटना को अंजाम देने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया तो वहीं अब इस मामले में मास्टरमाइंड ललित झा को भी पकड़ लिया गे है और अब इस मामल में कई सारे खुलासे हो रहे हैं.
घटना को अंजाम देने के लिए बनाया गया था 3 प्लान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संसद भवन में घुसपैठ कर प्रदर्शन करने वाले आरोपियों का मकसद बड़ा संदेश देना था और ये लोग यहाँ पर 7 स्मोक कैन लेकर पहुंचे थे. वहीं इस मामले का मास्टरमाइंड ललित झा था और उसकी ने बाकि के साथ मिलकर 3 प्लान बनाए थे, जिसमें एक प्लान संसद के बाहर प्रदर्शन करना था दूसरा प्लान संसद के अंदर घुसपैठ करना था और तीसरा प्लान ये था कि अगर संसद के अन्दर वाला प्रदर्शन फेल हो जाता तो 2और लोगों किसी और रास्ते अन्दर भेजा जाता.
इंटरनेट से ये अहम जानकारी
वहीं पूछताछ में ये भी सामने आया है कि आरोपियों ने इंटरनेट से संसद की सुरक्षा आदि की जानकारी ली थी. वहीं कैसे सुरक्षित चैट्स की जाती सकती है ताकि पकड़े न जाएं. इस बात की जानकारी भी विडियो के माध्यम से ली थी. इसी के साथ ललित ने खुद को पूरे मामले का मास्टमाइंड बताया है. ललित झा ने बताया है कि कई युवाओं को अपने सोशल मीडिया पेज के जरिए जोड़ा था और अपने मकसद के लिए उनका ब्रेन वॉश किया था.
घटना में शामिल थे 6 आरोपी
वहीं इस घटना को अंजाम देने के बाद जहाँ 5 आरोपी पकड़े गये तो वहीं इस घटना का मास्टमाइंड ललित झा सभी आरोपियों का फोन फरार हो गया था और राजस्थान में जाकर छुप गया था. वहीं पकड़े जाने के बाद ललित झा ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया था कि उसने अपना फोन दिल्ली-जयपुर बॉर्डर के पास फेंक दिया था और अन्य आरोपियों के फोन नष्ट कर दिए थे. वहीं इस मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट को बताया है कि संसद की सुरक्षा में लापरवाही के मास्टरमाइंड ललित झा ने खुलासा किया कि वे लोग देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे, ताकि वे सरकार को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर कर सकें.
13 दिसंबर को हुई थी घटना
आपको बता दें कि 13 दिसंबर को 2 आरोपी दर्शक दीर्घा से लोकसभा चैंबर में कूद गए थे. वहीँ इन आरोपियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी के तौर पर हुई है. वहां उन्होंने स्मोक कैन के जरिए पूरे सदन में धुआं फैला दिया था. इसी के साथ ससंद के बाहर हड़कंप मचाने वाले लोगों में एक युवक और एक महिला है. महिला का नाम नीलम है और व्यक्ति का नाम अनमोल शिंदे है. नीलम की 42 साल है वो हरियाणा के हिसार की रहने वाली है. दूसरे आरोपी का नाम अनमोल शिंदे है और उसकी उम्र 25 साल है और वो महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है. वहीं इन दोनों इस घटना को संसद भवन के बाहर और ट्रांसपोर्ट भवन के अंजाम दिया. वहीं इन लोगों ने कलर गैस छोड़ने के बाद भारत माता की जय, जय भीम, तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे लगाए.
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