इस्लाम के प्रचार की आड़ में बातचीत के जरिए दुश्मनी भड़काने वाला भगोड़ा जाकिर नाइक अपने विवादित बयानों की वजह से आए दिन सुर्खियों में रहता है। इस समय उसके बारे में बेहद अप्रत्याशित खबर आ रही है। खबर है कि वह पाकिस्तान जा रहा है। इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को पाकिस्तान ने आमंत्रित किया है। भारत में जाकिर नाइक पर मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ बयान देने के लिए गैरकानूनी गतिविधि कार्यवाही अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप लगाए गए थे। पाकिस्तान से मिले आमंत्रण की जानकारी जाकिर नाइक ने दी है। जाकिर नाइक का पाकिस्तान दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब कुछ दिन पहले ही उसने भारत में वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर मुसलमानों को भड़काने की कोशिश की है। जाकिर नाइक के एक्स हैंडल से किए गए पोस्ट के मुताबिक, वह कराची, लाहौर और इस्लामाबाद में भाषण देगा। वह 5-6 अक्टूबर को कराची में, 12-13 अक्टूबर को लाहौर में और 19-20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में जनता को संबोधित करेगा।
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बेटा भी रहेगा साथ
जाकिर की यात्रा 5 अक्टूबर को कराची से शुरू होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में समाप्त होगी। जाकिर नाइक के बेटे फारिक नाइक उनके साथ पाकिस्तान जाएंगे और तीनों जगहों पर भाषण देंगे। नाइक के मुताबिक कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा, जो मोहम्मद अली जिन्ना की स्मारक के सामने स्थित है। भगोड़ा फिलहाल जाकिर नाइक मलेशिया में रहता है। जाकिर नाइक ने इस साल सितंबर में भारत में वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विवादित भाषण दिया था। नाइक ने अपने पोस्ट किए गए एक वीडियो में भारतीय मुसलमानों से वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध करने का आग्रह किया था। जाकिर नाइक ने घोषणा की थी कि यह बदलाव इस्लाम विरोधी है और मोदी प्रशासन इसका इस्तेमाल अपने हितों के लिए करना चाहता है।
Father and Son in the House of Allah pic.twitter.com/YnHLGEjNjU
— Dr Zakir Naik (@drzakiranaik) May 20, 2024
मोदी सरकार को बताया था मुस्लिम विरोधी
जाकिर नाइक ने दावा किया कि मोदी सरकार इस क्षेत्र पर कब्ज़ा करना चाहती है और इसे इस्लाम विरोधी और मुस्लिम विरोधी बताया। नाइक ने भारतीय मुसलमानों को लक्षित एक वीडियो संदेश में मुसलमानों से इस कानून को अस्वीकार करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि अगर सिर्फ़ 50 लाख मुसलमान इसका विरोध करें तो इस उपाय को रोका जा सकता है।
नाईक ने क्यों नहीं ली पाकिस्तान में शरण?
भारत में वांछित ज़ाकिर नाइक फरार है और फिलहाल मलेशिया में रह रहा है। भारत सरकार ने मलेशिया से नाइक के प्रत्यर्पण की मांग की है, लेकिन वहां की सरकार उसे संरक्षण दे रही है। हाल ही में ज़ाकिर नाइक ने एक पाकिस्तानी यूट्यूबर को बताया कि उसने पाकिस्तान के बजाय मलेशिया जाने का फैसला क्यों किया।
नाइक ने कहा, ‘मेरे लिए पाकिस्तान जाना आसान होता। मैं पहले भी पाकिस्तान जा चुका हूं और वहां मेरे कई समर्थक हैं। अगर मैं पाकिस्तान जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरे संस्थान को बंद करने के लिए झूठा प्रचार करता, जिससे इस्लाम की शिक्षाओं को फैलाने के मेरे प्रयासों में बाधा आती।’
जाकिर नाइक पर क्या कहता है मलेशिया?
महाथिर मोहम्मद के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार ने इस्लामी उपदेशक को मलेशिया में स्थायी निवास का अधिकार दिया था। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा है कि वे जाकिर नाइक के मामले में भारत की दलील पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ साल पहले इस मामले को उठाया था, न कि भारत की तरफ से। लेकिन समस्या यह है कि मैं किसी व्यक्ति विशेष की बात नहीं कर रहा हूँ; बल्कि मैं उग्रवाद की भावना और मजबूत तर्कों और समर्थन करने वाले आंकड़ों की बात कर रहा हूँ। जो किसी व्यक्ति, संगठन, गुट या पार्टियों द्वारा किए गए अत्याचारों की ओर इशारा करके उनके द्वारा किए गए अपराधों की जघन्यता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ‘हम आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देंगे…इस पर हमारा रुख स्पष्ट है और हम आतंकवाद के खिलाफ इनमें से कई मुद्दों पर भारत के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि इस एक मामले की वजह से हमें अपने आगे के सहयोग और अपने द्विपक्षीय संबंधों में गतिरोध पैदा करना चाहिए।’