तालिबान के सहारे कश्मीर को लेकर वो सपने देख रहा पाकिस्तान, जो कभी पूरा नहीं होगा!

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तालिबान के सहारे कश्मीर को लेकर वो सपने देख रहा पाकिस्तान, जो कभी पूरा नहीं होगा!

एक ओर तो दुनिया के तमाम देश अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी से फिक्रमंद हैं। उन्हें अफगान के लोगों की चिंता सता रही है। वहीं कुछ देश ऐसे भी हैं, जो तालिबान जैसे क्रूर आतंकी संगठन के आने से खुश हो रहे हैं। जिसमें से एक हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी शामिल है। 

कश्मीर को लेकर ये ख्याब देख रहा पाक 

पाकिस्तान भले ही कितना भी तालिबान को समर्थन करने से इनकार कर लें। लेकिन उसकी सच्चाई दुनिया को मालूम है। अफगानिस्तान में तालिबान को खड़ा करने में पाकिस्तान का सहयोग किसी से छिपा नहीं। यही वजह है कि तालिबान के लौटकर आने से पाक में खुशी का माहौल है। सिर्फ इतना ही नहीं पाकिस्तान तो तालिबान के सहारे कश्मीर पाने के सपने तक देख रहा है। 

ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे। बल्कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की पार्टी PTI की एक नेता ने इस पर बड़ा बयान दिया। पाकिस्तानी नेता नीलम इरशाद शेख ने एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान कहा कि तालिबान पाकिस्तान के साथ है। तालिबान आएगा और वो कश्मीर जीतकर पाकिस्तान को दे देगा। 

नीलम ने कहा कि इमरान सरकार आने से पाकिस्तान का मान बढ़ा। तालिबान कहते हैं कि हम आपके साथ हैं और इंशा अल्लाह वो हमें कश्मीर फतह करके देंगे। वहीं जब एंकर ने उनसे पूछा कि तालिबान आपको कश्मीर जीतकर देगा, ये आपसे किसने कहा? इस पर नीलम बोलीं कि भारत ने हमें बांटा और हम फिर एकजुट होंगे। हमारी फौज और सरकार के पास पावर है। तालिबान हमें सपोर्ट कर रहे हैं। क्योंकि पाकिस्तान ने उनका समर्थन किया, तब उन पर अत्याचार हुआ था। वो अब हमारा साथ देंगे। 

तालिबान का क्या है कश्मीर पर रूख?

PTI की नेता का ये बयान ऐसे समय पर आया, जब पाकिस्‍तान पर तालिबान आतंकियों की खुलकर मदद करने के आरोप लग रहे हैं। वैसे भले ही पाकिस्तान कश्मीर को लेकर तालिबान से तमाम तरह की उम्मीदें लगाए बैठा हो। लेकिन कश्मीर पर तालिबान अपना स्टैंड पहले ही क्लीयर कर चुका है। 

अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने कश्मीर को भारत और पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा बताते हुए और इस मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। तालिबान ने कहा था कि कश्मीर उसके एजेंडे का हिस्सा नहीं। वैसे इस बार तालिबान दुनिया के सामने अपनी साफ छवि दिखाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि ये भी जरूर है कि तालिबान की किसी बात पर अभी भरोसा नहीं किया जा सकता। वो भले ही खुद को अच्छा दिखाने की कोशिश कर रहा हो, लेकिन उसकी कथनी से ज्यादा करनी पर ही भरोसा करना होगा। 

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