Pahalgam Terrorist Attack News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को गहरे शोक में डुबो दिया है। जहां एक तरफ देशभर में गुस्से और दुख की लहर है, वहीं झारखंड के एक व्यक्ति के सोशल मीडिया पोस्ट ने नई विवादों को जन्म दिया है। इस व्यक्ति ने पहलगाम आतंकी हमले की खुशी मनाते हुए पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा का धन्यवाद किया है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उसकी निंदा शुरू हो गई है। यह मामला अब राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर तूल पकड़ता जा रहा है, और झारखंड की भाजपा सरकार ने इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मोहम्मद कासिम का विवादित पोस्ट- Pahalgam Terrorist Attack News
मोहम्मद कासिम नामक शख्स ने सोशल मीडिया पर एक उर्दू में पोस्ट लिखी, जिसमें उसने पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा का धन्यवाद करते हुए उन्हें अल्लाह की लंबी उम्र की दुआ दी। उसने लिखा, “थैंक्यू पाकिस्तान, थैंक्यू लश्कर-ए-तैयबा. अल्लाह आपकी लंबी उम्र करे. आमीन, आमीन। हमें ज्यादा खुशी तब होगी जब आप बीजेपी, आरएसएस, बजरंग दल और मीडिया को निशाना बनाओ।” इस पोस्ट के माध्यम से कासिम ने हिंदू विरोधी विचारधारा को फैलाने की कोशिश की और इस हमले के बाद आतंकवादियों की सराहना की। यह पोस्ट आते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी, और कई लोगों ने इस शख्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
राजनीतिक और पुलिस स्तर पर उठे सवाल
कासिम के इस पोस्ट के चार घंटे बाद भी झारखंड पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने को लेकर सवाल उठने लगे हैं। विपक्षी पार्टी भाजपा ने इसे राज्य सरकार के तुष्टीकरण की नीति का परिणाम बताया और झारखंड पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की। भाजपा के वरिष्ठ विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए इस मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने लिखा कि उन्होंने बोकारो के एस.पी. को इस मामले से अवगत कराया है, और उन्होंने आश्वस्त किया है कि कासिम के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सीपी सिंह ने आगे लिखा, “अब मैं @JharkhandPolice से अपेक्षा करता हूं कि इस मामले में पूरी गंभीरता से संज्ञान लें और कठोर से कठोर धाराओं में कार्रवाई सुनिश्चित करें। यह सिर्फ एक पोस्ट नहीं, एक मानसिकता है जो भारत के लिए खतरा है। अब नरमी नहीं, सख्ती जरूरी है।” भाजपा का आरोप है कि राज्य सरकार आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कठोर कदम उठाने में लापरवाह है, और यह मामला इस बात का उदाहरण है।
कासिम के खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता
कासिम का यह पोस्ट न केवल देश के शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि यह समाज में विद्वेष और नफरत फैलाने की एक और कोशिश है। कासिम के समर्थन में आए पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा के बारे में किए गए बयान ने देश की आंतरिक सुरक्षा और धर्मनिरपेक्षता को चुनौती दी है। ऐसे वक्त में जब भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा है, ऐसे विचारशील और नफरत फैलाने वाले पोस्ट से देश की एकता को खतरा हो सकता है।