Pahalgam Terror Bulldozer News: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत बैसरन घाटी में हुआ आतंकी हमला पूरे देश को झकझोर कर रख देने वाला साबित हुआ। लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकियों ने पर्यटकों के बीच हिंदुओं की पहचान कर गोलियों की बौछार की, जिसमें 28 लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए। मरने वालों में अधिकांश पर्यटक थे, जो देश के अलग-अलग हिस्सों से घाटी की खूबसूरती देखने आए थे।
आतंकी हमला कैसे हुआ, कौन शामिल- Pahalgam Terror Bulldozer News
सेना के मुताबिक, आतंकियों के पास स्टील टिप बुलेट, एके-47 राइफल और बॉडी कैमरे मौजूद थे। हमला बेहद सुनियोजित था, जहां आतंकियों ने मैगी पॉइंट के पास मौजूद लोगों से नाम पूछे और धार्मिक पहचान के आधार पर निशाना बनाया। मौके से मिली गोलियों में बख्तरबंद भेदी कारतूस भी शामिल थीं, जो हमले की तैयारी और क्रूरता को दर्शाती हैं।
हमले के पीछे दो स्थानीय आतंकियों की भूमिका भी सामने आई है—बिजबेहरा के आदिल हुसैन थोकर और त्राल के आसिफ शेख। आदिल ने 2018 में वैध रूप से पाकिस्तान की यात्रा की थी, जहां उसने आतंकी ट्रेनिंग ली और बीते साल भारत लौटा था। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने इस हमले की पूरी योजना रची और टीआरएफ के नाम से इसे अंजाम दिया ताकि इसे स्थानीय संगठनों से जुड़ा बताया जा सके।
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई
हमले में शामिल आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं। आदिल के अनंतनाग स्थित घर को सुरक्षाबलों ने बम से उड़ा दिया, जबकि आसिफ शेख का घर प्रशासन ने बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। सुरक्षा बलों ने इलाके में बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया है और विशेष बलों को भी तैनात किया गया है। आशंका है कि हमले में और आतंकी शामिल हो सकते हैं जो निगरानी में लगे थे।
केंद्र और विपक्ष एकजुट
हमले के दो दिन बाद, 24 अप्रैल को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि सरकार किसी भी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है और विपक्ष उसका समर्थन करेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति बनाए रखने के हर प्रयास में सभी दल साथ खड़े हैं।
टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने सुरक्षा चूक के मुद्दे को उठाया, जबकि आप सांसद संजय सिंह ने आतंकियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और उसके आतंकी शिविरों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
उद्योग जगत की प्रतिक्रिया
इसी बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इस हमले पर गहरा शोक जताया और घायलों के लिए मुंबई स्थित रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में मुफ्त इलाज की घोषणा की। उन्होंने कहा, “आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इसे किसी भी रूप में सहन नहीं किया जा सकता। हम प्रधानमंत्री और भारत सरकार के साथ मजबूती से खड़े हैं।”
#WATCH | Delhi: After attending the all-party meeting convened by the central government, Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, “Everyone condemned the #PahalgamTerroristAttack. The opposition has given full support to the government to take any action.” pic.twitter.com/VOM80eiSuo
— ANI (@ANI) April 24, 2025
प्रधानमंत्री का कड़ा संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि आतंकवाद को अब जड़ से उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। बिहार के मधुबनी में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “भारत आतंक और उसके समर्थकों को पहचान कर सजा देगा। इस तरह के हमले हमारे जज़्बे को नहीं तोड़ सकते।”
पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम
सरकार ने पाकिस्तान को लेकर भी सख्त कदम उठाए हैं। सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया गया है और अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। साथ ही, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा तत्काल प्रभाव से निलंबित किए गए हैं, उन्हें 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है, हालांकि मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेगा।