वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का आम बजट आज पेश कर दिया। ये बजट ऐसे वक्त में पेश किया गया, जब देश ने कोरोना महामारी के भयंकर संकट का सामना किया। कोरोना के दौर में महीनों तक लॉकडाउन लगा रहा। इस दौरान लोगों के रोजगार पर संकट आया। आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। वहीं देश की अर्थव्यवस्था भी चौपट हो गई। इन हालातों में पेश किए गए बजट से लोगों को ढेर सारी उम्मीदें थीं।
बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र पर सबसे ज्यादा फोकस किया गया। सीनियर सीटिजन के लिए भी कई ऐलान किए गए। तो वहीं आम जनता और महिलाओं के लिए कुछ खास नहीं रहा। जहां एक तरफ केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार इस बजट को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूती देने वाला बता रही है। तो वहीं विपक्ष के तमाम नेता भी इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देते हुए नजर आ रहे हैं। बजट को लेकर किसने क्या कहा, आइए इसके बारे में आपको बता देते हैं…
बीजेपी ने बताया ‘आत्मनिर्भर भारत का बजट’
बीजेपी के नेता बजट की जमकर तारीफ करते हुए नजर आ रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बजट की तारीफ करते हुए कहा कि ये आत्मनिर्भर भारत के लिए हैं, जिससे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इसके अलावा भी कई और पार्टी के नेता बजट की तारीफों को पुल बांधते नजर आ रहे हैं।
विपक्ष ने दी ये प्रतिक्रियाएं
वहीं विपक्ष को बजट खास पसंद नहीं आया। कांग्रेस, TMC समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने बजट पर अपनी अपनी प्रतक्रियाएं दी। TMC ने बजट को विजनलेस बताया। TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि ‘देश का पहला पेपरलेस बजट विजनलेस भी है।’ उन्होनें कहा कि इस बजट की थीम भारत बेचो है। डेरेक आगे बोले कि सरकार ने आम आदमी और किसानों को इग्नोर किया। अमीर अमीर होते जा रहे हैं, मिडिल क्लास के लिए कुछ नहीं, गरीब और गरीब होते जा रहे हैं।
शशि थरूर ने यूं कसा तंज
वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर ने भी इस पर तंज कसा और कहा कि बीजेपी सरकार मुझे गैराज के उस मैकेनिक की याद दिलाती है, जिसने अपने ग्राहक से बोला था कि मैं आपके ब्रेक्स ठीक नहीं कर सका, इसलिए हॉर्न तेज कर दिए।
केजरीवाल ने बोला ये…
आम आदमी पार्टी की तरफ से भी बजट पर प्रतिक्रिया दी गई। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा- ‘ये बजट चंद बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाने वाला बजट है। ये बजट महंगाई के साथ आम जन-मानस की समस्याएं बढ़ाने का काम करेगा।’
‘विकास नहीं देश को बेचने वाला बजट’
वहीं RJD नेता तेजस्वी यादव बोले- ‘ये बजट देश के विकास के लिए नहीं, बल्कि उसे बेचने के लिए हैं। पहले सरकार ने रेलवे, एयर इंडिया, भारत पेट्रोलियम और बाकी कंपनियां बेच दी। ये बजट ऐसी और संस्थाओं को बेचने के लिए हैं, जिसमें गैस पाइपलाइन, स्टेडियम, रोडवेज शामिल है।’
‘चुनावी राज्यों को दिए गए तोहफे’
इसके अलावा शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बजट पर रिएक्शन देते हुए कहा कि नौकरीपेशा लोगों को बजट में राहत नहीं दी गई। महिलाओं के लिए कुछ नहीं है। बच्चों के लिए कुछ नहीं किया गया, जो डिजिटल डिवाइड के चलते अपनी पढ़ाई छोड़ दिए। सरकार कई सेक्टरों का निजीकरण कर रही है। बजट में उन राज्यों को तोहफा दिया गया, जहां पर हाल में चुनाव होने वाले हैं।