अगर आप मोदीनगर, मुरादनगर और लोनी में घर बनाने की
प्लानिंग कर रहे है, तो आपके लिए एक गुड न्यूज है।इन तीनों क्षेत्रों में घर
बनाने के लिए नक्शा पास कराना पहले से सस्ता होगा। दरअसल, गाजियाबाद विकास
प्राधिकरण (GDA) ने तीनों क्षेत्रों में घर बनाने के लिए नक्शा पास कराने
को लिए जो विकास शुल्क लिया जाता है, उसे 3314 रुपये से कम करके अब 1200
रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया है। हालांकि इन इलाकों को छोड़कर शहरी क्षेत्र की
दरों में कोई भी बदलाव नहीं हुआ।
दरअसल,
बीते महीने योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में मोदीनगर, मुरादनगर और लोनी में GDA से नक्शा पास कराने को लेकर जो विकास शुल्क लिया जाता है, उसे घटाने का
फैसला किया गया। अब इस फैसले की अधिसूचना मिलने के बाद नई व्यवस्था लागू की गई है।
इस फैसले से इन तीन जगहों से लोगों में जो भी कोई घर बनाने का प्लान बना रहा होगा, उसे काफी राहत
मिलेगी। अब नक्शा पास कराने के लिए 1,200 रुपये प्रति वर्ग मीटर के
हिसाब से विकास शुल्क देना होगा। सरकार की तरफ से विकास शुल्क में तीनों क्षेत्रों
में 2,114 रुपये प्रति वर्ग मीटर की कटौती से लोगों को काफी
सहूलियत मिलेगी।
अधिकारियों की मानें तो GDA की तरफ से अलग अलग जोन के लिए हर महीने 800 से भी ज्यादा नक्शे पास
कराए जाते हैं। लेकिन शहरी क्षेत्रों में नक्शा पास कराने वालों की संख्या 80
प्रतिशत है। फिलहाल की अगर बात करें तो इन तीन जगहों मोदीनगर, मुरादरनगर और
लोनी में नक्शा पास कराकर मकान बनाने कराने वालों की संख्या बेहद ही कम है। नक्शा
पास कराने के लिए विकास शुल्क की दरें जो घटाई गई है, उससे GDA को ये उम्मीद है कि इन तीनों
क्षेत्रों में भी नक्शा पास कराकर ही निर्माण करने को बढ़ावा मिलेगा। इससे GDA की कार्रवाई का डर खत्म होने के साथ ही प्राधिकरण की आय
में भी इजाफा होगा।
इस फैसले से यहां अवैध निर्माण रुकने की भी संभावनाएं है।
दरअसल, मोदीनगर,
मुरादनगर और लोनी में जो लोग मकान बनवाते है, उनमें से अधिकतर प्राधिकरण से
नक्शा पास नहीं कराते है। लेकिन अब नक्शा पास कराने के विकास शुल्क में हुई कटौती
के बाद इसे बढ़ावा मिलने के आसार है। बता दें कि जिले के शहरी क्षेत्र में नगर
निगम और मोदीनगर, मुरादनगर में नगर पालिकाएं काम करती है।
2018 में GDA ने बोर्ड बैठक में इन जगहों पर नक्शा पास कराने के लिए जो
विकास शुल्क लिया जाता है, उसे कम करने की मांग सरकार से की थी। इस मांग को मानते हुए अब नई
व्यवस्था लागू की गई।