देश में कोरोना वायरस एक बार फिर अपने चरम पर पहुंच गया। कोरोना की दूसरी लहर का देश सामना कर रहा है और ये पहले से भी ज्यादा खतरनाक और तेज दिख रही है। देश में बीते दिन कोरोना के सभी रिकॉर्ड टूटे और पहली बार 24 घंटों में एक लाख से भी ज्यादा नए केस सामने आए। कोरोना की इस बढ़ती रफ्तार ने हर किसी को परेशान किया हुआ है।
सिर्फ महाराष्ट्र और दिल्ली ही नहीं कई राज्यों में तेजी से केस बढ़ते दिख रहे हैं, जिसमें यूपी भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में भी एक बार फिर से कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं, जिसके चलते राज्य की योगी सरकार कई सख्त फैसले लेती हुई नजर आ रही हैं। योगी सरकार ने कोरोना की इस लहर को कंट्रोल करने के लिए कई सख्त नियम बनाए। संक्रमण पर काबू पाने के लिए गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद जिला प्रशासन ने यूपी सरकार की गाइडलाइंस लागू की।
जान लेें ये नए नियम…
नए नियमों के अनुसार अगर बहुमंजिला इमारत के किसी फ्लोर पर संक्रमित मिलने पर पूरा फ्लोर कंटेनमेंट जोन बन जाएगा। वहीं अगर एक से ज्यादा मरीज मिलने पर पूरे ब्लॉक या टॉवर को कंटेनमेंट जोन बना दिया जाएगा। फिर 14 दिनों तक नया केस नहीं मिलने पर कंटेनमेंट जोन की अवधि खत्म होगी।
वहीं अगर किसी इलाके में एक संक्रमित मरीज मिलता है तो 25 मीटर दायरे को कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा और एक से ज्यादा संक्रमित मिलने पर 50 मीटर क्षेत्र को। साथ में कार में बैठे सभी लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
यूपी में बढ़ रहा कोरोना का कहर
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। बीते कुछ दिनों से राज्य में 4 हजार के करीब कोरोना केस सामने आने लगे। उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों में 3999 नए केस सामने आए। राज्य में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 22 हजार 820 पहुंच गई है। यहां 8 हजार 894 लोग अब तक कोरोना की वजह से दम तोड़ चुके हैं। वहीं प्रदेश में बीते दिन 1,61,270 लोगों की टेस्टिंग हुईं।
सोमवार तक ये था नोएडा का हाल
वहीं नोएडा में भी एक बार फिर से कोरोना संक्रमण पैर पसारने लगा है। सोमवार को नोएडा में कोरोना के 97 नए मरीज मिले थे, जो इस साल के सबसे अधिक केस थे। वहीं इस दौरान 36 लोगों को डिस्चार्ज भी किया गया। जिला निगरानी अधिकारी डॉक्टर सुनील दोहरे ने बताया था कि यहां के विभिन्न अस्पतालों में 544 मरीजों का अब भी इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में कोरोना के कुल 26,481 मामले सामने आए, जिनमें से 25,845 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं, संक्रमण की वजह से अब तक 91 लोगों की मौत हुई है।