देश में कोरोना की दूसरी लहर से स्थिति भयावह हो गई थी। कई राज्यों के अस्पतालों में बेड्स की कमी, जरुरी दवाईयों की कमी, वेंटिलेटर की कमी और ऑक्सीजन समेत तमाम चीजों की कमी देखी गई थी। ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी के कारण हजारों लोगों की मौते हो गई, मीडिया की खबरों में भी ऑक्सीजन से होने वाली मौतों का आंकड़ा छाया रहा।
लेकिन अब राज्यसभा में केंद्र सरकार का कहना है कि कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई है। इस मामले पर अब विपक्षी पार्टियों ने सरकार को निशाने पर लेने शुरु कर दिया है। कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस लाएंगे क्योंकि उन्होंने सदन को गुमराह किया है।
केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा में कही ये बात
दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने बीते दिन मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि दूसरी लहर के दौरान विशेष रुप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की भी मौत की जानकारी नहीं दी। उन्होंने आगे कहा कि ‘बहरहाल, कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई थी। महामारी की पहली लहर के दौरान, इस जीवन रक्षक गैस की मांग 3095 मीट्रिक टन थी जो दूसरी लहर के दौरान बढ़ कर करीब 9000 मीट्रिक टन हो गई।‘
‘मंत्री ने किया है सदन को गुमराह’
केंद्रीय मंत्री के इस बयान पर बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने कहा सभी ने देखा है कि राष्ट्रीय राजधानी सहित कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के कारण कैसे लोगों की मौत हुई। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा, ’मंत्री ने सदन को गुमराह किया और मैं निश्चित रूप से मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश करूंगा क्योंकि मंत्री ने गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह किया।‘
मनीष सिसोदिया ने बोला हमला
इस मामले पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी थी। केंद्र सरकार महामारी की शुरुआत से अपनी नाकामियों पर पर्दा डाल रही है। यह उनकी दोषपूर्ण नीति के कारण है कि देश को महामारी के सबसे कठिन चरण के दौरान ऑक्सीजन संकट का सामना करना पड़ा।
राहुल गांधी के निशाने पर सरकार
वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मसले पर सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि सरकार में संवेदनशीलता और सच्चाई की भारी कमी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए कहा, ‘सिर्फ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी। संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी तब भी थी, आज भी है।‘
सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी।
संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी-
तब भी थी, आज भी है। pic.twitter.com/DPhjih2jbX— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 20, 2021
तेजस्वी यादव ने ली चुटकी
एनडीए शासित बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर चुटकी लेते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट किया। उन्होंने कहा, ‘ठीक बा….मतलब सबसे आत्महत्या की थी।‘