केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन तेज है। हरियाणा, पंजाब और यूपी समेत देश के कई राज्यों के किसान इस कानून के विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलन को 100 दिन से ज्यादा हो गए हैं और अभी तक लगभग 300 किसानों के मौत की खबर सामने आई है।
हरियाणा में मौजूदा समय में BJP गठबंधन की सरकार है। ऐसे में प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) खट्टर सरकार को घेरने का पूरा प्रयास कर रही है। राज्य के विधान परिषद में आज कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव (No confidence Motion) पर बहस होनी है। सत्तारुढ़ पार्टी और विपक्षी पार्टियों ने अपने-अपने सदस्यों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है।
जेजेपी खुद को बताती है किसानों ही हितैषी
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस पार्टी का कहना है कि उनका मकसद BJP और JJP को बेनकाब करना है। अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद इस पर बहस होगी और फिर काउंटिंग होगी। बताया जा रहा है कि सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस कृषि कानून और किसानों के आंदोलन के मुद्दे पर दिया गया है।
दरअसल, बीजेपी को समर्थन देने वाली जेजेपी शुरु से ही खुद को किसानों की हितैषी बताते आ रही है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में जेजेपी को किसानों का जोरदार समर्थन मिला था। ऐसे में आज सदन में किसान आंदोलन के मुद्दे पर जेजेपी का रुख किस ओर होगा, इस पर सबकी नजर टिकी हुई है।
‘जनता हमसे खुश नहीं…गांव में घुसने नहीं देती’
बता दें, हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर (Manohar lal Khattar) के नेतृत्व में चल रही सरकार को 10 JJP विधायकों का समर्थन प्राप्त है। साथ ही जेजेपी के कई विधायक सार्वजनिक तौर पर किसानों के आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं।
सोशल मीडिया पर इन दिनों JJP विधायक की एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें जेजेपी विधायक कह रहे हैं कि ‘जनता हमसे खुश नहीं…गांव में घुसने नहीं देती…उनके बीच गए तो पीटे जाएंगे। हेलमेट लोहे के और गारमेंट-अंडरगारमेंट सब लोहे के पहनने पड़ेगें।‘ उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा है कि जेजेपी को गठबंधन से अलग हो जाना चाहिए।
गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को 40 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने 30 और जेजेपी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। दूसरी ओर 7 सीटों पर निर्दलीय और 1 सीट पर लोकहित पार्टी ने जीत हासिल की थी। मौजूदा समय में बीजेपी सरकार को 5 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है।