देश में खतरनाक कोरोना वायरस से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। वैक्सीनेशन का काम जनवरी से ही चल रहा है लेकिन अभी तक 18 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग पाई है। पिछले दिनों केंद्रीय परविहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में मोदी सरकार को वैक्सीन प्रोडक्शन में तेजी लाने की सलाह दी थी।
उन्होंने कहा था कि केंद्र को इसमें तेजी लानी चाहिए और इसमें अन्य कंपनियों को भी शामिल करना चाहिए। वैक्सीन बनाने के लिए 10 और कंपनियों को लाइसेंस और रॉयल्टी भी मिलनी चाहिए। उनके इस बयान के बाद से ही सियासत जारी है। कांग्रेस के कई नेताओं ने कहा है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पहले ही सरकार को ऐसी सलाह दे चुके हैं।
जयराम नरेश ने बोला हमला
कांग्रेस के दिग्गज नेता जयराम नरेश ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए पीएम मोदी को निशाने पर लिया और एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने लिखा, ‘क्या उनके बॉस सुन रहे हैं? पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 18 अप्रैल को यही तो सलाह दी थी।’ कांग्रेस नेता ने दूसरे ट्विट में कहा, ‘लगे रहो नितिन जयरामजी गडकरी! आपका नंबर आने वाला है।’ केंद्रीय मंत्री गडकरी के बयान पर जमकर बवाल मचा। जिसके बाद से अब उन्हें खुद आकर सफाई देनी पड़ी।
गड़करी को देनी पड़ी सफाई
नितिन गडकरी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ‘स्वदेशी जागरण मंच के एक सम्मेलन में कल मैंने वैक्सीन प्रोडक्शन में तेजी लाने की सलाह दी थी। लेकिन, मैं इस बात से अनजान था कि मेरे कहने से पहले ही रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने वैक्सीन प्रोडक्शन बढ़ाने की सरकार की कोशिशों का विवरण दे दिया था।‘ केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा, कॉन्फ्रेंस के बाद मुझे पता चला कि केंद्र पहले से ही 12 विभिन्न कंपनियों को वैक्सीन प्रोडक्शन की सुविधा दे रही है। इन कोशिशों से आने वाले समय में वैक्सीन प्रोडक्शन में तेजी आने की उम्मीद है।
बता दें, देश में वैक्सीनेशन का काम जोर शोर से चल रहा है। भारत में वैक्सीनेशन का काम जनवरी महीने से ही शुर हो गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ो के मुताबिक देश में अभी तक 18 करोड़ 70 लाख 9 हजार 792 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। देश में कोरोना के एक्टिव मामले 31.29 लाख के पार पहुंची चुकी है और अभी तक संक्रमण के कारण 2.87 लाख मरीजों की जान चली गई है।