पाकिस्तान के कराची से अपने अपने प्यार की खातिर गैर-क़ानूनी तरह से भारत आई सीमा हैदर मीडिया की वजह से खूब चर्चा में रही. जहाँ मीडिया की वजह से सीमा हैदर चर्चा देश-विदेश में हुई तो वहीं ऐसा ही निशा शर्मा मामला था. निशा शर्मा ने दहेज के खिलाफ आवाज उठाकर और बारात लौटाकर सुर्खियां बटोरी थीं. कई मीडिया चैनल उनका इंटरव्यू लेने आए लेकिन दहेज के खिलाफ आवाज उठाना और अपनी बारात को वापस भेजना निशा शर्मा का एक ड्रामा था. वहीं आज इसी ड्रामें की कीमत निशा शर्मा चुका रही है.
जानिए क्या है निशा शर्मा का मामला
ये मामला साल 2003 का है जब निशा शर्मा नाम की एक लड़की की शादी तय हुई थी लेकिन शादी के दिन दहेज के खिलाफ निशा ने आवाज उठाई और अपनी बारात को वापस भेज दिया. वहीं इसके बाद निशा शर्मा ने बिना शादी किये ही लड़के वालो पर दहेज़ का मुकदमा IPC 498A लग गया. वहीं इसके बाद महिला आयोग, महिला संगठन, मीडिया के जरिए चर्चा में आई. हर चैनल पर मेहंदी लगाकर चुनरी ओढ़ कर निशा शर्मा इंटरव्यू देती थी तो वहीं उनसे मिलने भी कई दिग्गज नेता-अभिनेता भी मिलने आए लेकिन इस बीच निशा शर्मा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई. खबर मिली कि निशा ने ये ड्रामा अपने बॉयफ्रेंड से शादी करने के लिए रचा था
निशा ने बॉयफ्रेंड से शादी करने के लिए किया था ड्रामा
दरअसल, जब इस मामले की जाँच हुई तब कोर्ट ने ये पाया कि निशा ने ये ड्रामा अपने बॉयफ्रेंड से शादी करने के लिए रचा था. वहीं कोर्ट ने इस मामले पर फैसला देते हुए कहा कि “ये बेहद दुःखद है कि मुनीश और उनके परिवार को झूठे प्रकरण में फंसाया गया, इस झूठे केस के कारण मुनीश और उनके परिवार को लगभग 10 वर्ष तक की मानसिक यातनाएं झेलनी पड़ी, अफसोस इस बात का भी है कि मीडिया ने भी झूठे केस को खूब उछाला, ये मीडिया की विश्वसनीयता पर सवाल है. निशा शर्मा ने जो भी आरोप लगाये वो सब सिर्फ और सिर्फ सोची समझी साजिश थी ,क्योंकि निशा विवाह करना ही नही चाहती थी, क्योंकि उसका किसी और से अफेयर था. लिहाजा ये अदालत मुनीश और उनकी फैमिली को बाइज्जत बरी करती है.
कोर्ट का ये फैसला लड़के वालों के पक्ष में तो आया लेकिन दस साल इस झूठे केस की वजह से उनकी ज़िन्दगी बर्बाद हो गयी. रिपोर्ट के अनुसार, इस केस के चक्कर में लड़के की जॉब छूट गई. एक साल जेल में रहा, फिर 8 साल वह कोर्ट कचहरी के धक्के खाता रहा. इसी के साथ लड़के की मां सरकारी नौकरी में थी वह भी जेल जाने से सस्पेंड हो गई और लड़के के पिता का हार्ट अटैक आने से निधन हो गया लेकिन जहाँ कोर्ट ने इस मामले में निशा शर्मा के खिलाफ कोई कारवाई नहीं कर पाया तो वहीं ऊपर वाले ने उन्हें ही दहेज़ केस में फंसा उसे सजा दी.
खुद दहेज केस में फंसी निशा शर्मा
जिस तरह का दहेज़ मामला निशा शर्मा ने अपनी होने वाले पति के खिलाफ किया था और उसके बाद वो लोग बर्बाद हो गये तो वहीं अब निशा शर्मा 2013 में अपनी भाभी से दहेज मांगने के केस में फंस गई. निशा की भाभी मनीषा के पिता द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, मनीषा के ससुर डी. डी. शर्मा, सास हेमलता शर्मा, पति ज्ञानेश्वर शर्मा और ननद निशा शर्मा ने 12 लाख रुपये दहेज मांगा और न ला पाने पर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी.
निशा शर्मा और उसका पूरा परिवार जेल में बंद
इसी के साथ निशा की भाभी ने आरोप लगाया कि कई बार उन्होंने उन्हें समझाने की कोशिश भी की लेकिन उन पर कोई असर नहीं हुआ और उसके ससुरालियों ने उसे घर से निकाल दिया. इस मामले में उनकी तहरीर पर पुलिस ने निशा शर्मा समेत चारों ससुरालियों के खिलाफ धारा 498ए (स्त्री के साथ ससुरालियों द्वारा क्रूरता करना), 506 (जान से मारने की धमकी देना), 504 (गालीगलौज करना), 406 (शादी में दिए सामानों पर कब्जा करना) के आरोप में नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया. फिलहाल बताया जा रहा है कि निशा शर्मा और उसका पूरा परिवार जेल में है.