पिछले 2 सालों से कोरोना ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। कोरोना के एक के बाद एक नए वेरिएंट आकर दुनियाभर में तबाही मचा रहे हैं। बीते दिनों साउथ अफ्रीका में कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया था, जिसने दुनिया के कई देशों को एक बार फिर डराकर रख दिया। कई देशों में कोरोना के इस वेरिएंट ने हाहाकार मचाया।
अब ओमीक्रोन को लेकर एक नई रिसर्च में सामने आई है, जिसमें दावा किया है कि जो लोग कोविड-19 के नए वेरिएंट की चपेट में आए है वो लोग पहले से ही कोरोना के शिकार हो चुके थे। रिसर्च के मुताबिक 66 फीसदी ऐसे लोग थे, जिनको पहले कोरोना हो गया था और वो ओमीक्रोन की चपेट में आए।
रिपोर्ट की मानें तो इंपीरियल कॉलेज लंदन के रिसर्चर्स ने करीब 3582 ऐसे लोगों को अपने अध्ययन का हिस्सा बनाया, जो पहले से ही कोरोना संक्रमित हो चुके थे। इसके अलावा 7.5 फीसदी ऐसे लोग भी पाए गए, जिनका ये कहना था कि वे पहले भी संक्रमित हो चुके होंगे, मगर जांच में इसका पता नहीं चल पाया।
रिसर्च में 5 जनवरी से 20 जनवरी के बीच इंग्लैंडमें एकत्र किए गए एक लाख से ज्यादा RT-PCR टेस्ट को शामिल किया गया। वैज्ञानिकों ने कहा कि ओमीक्रोन ने इंग्लैंड को काफी जबरदस्त तरीके से प्रभावित किया।
इंग्लैंड में स्वास्थ्य अधिकारियों ने ऐलान किया कि अब वहां मास्क पहनना जरूरी नहीं होगा। इसी के साथ ही लोगों को अब घर से काम करने की सलाह नहीं दी जाएगी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने पिछले महीने कहा था कि यूके में ओमीक्रोन के आधे मामले पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोगों में आए थे। देश की लगभग 85% योग्य आबादी का पूरी तरह से टीकाकरण हो चुका है, जबकि 64 फीसदी ने बूस्टर डोज भी ले ली।
दिसंबर में यूके के स्वास्थ्य अधिकारियों ने ये भी अनुमान लगाया था कि ओमीक्रोन के साथ पुन: संक्रमण का जोखिम डेल्टा की तुलना में लगभग 5.4 गुना ज्यादा है।