अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अंतर्गत हिंदी समाचार पत्र
नवभारत टाइम्स की ओर से 12 मार्च को विमेन बाइक रैली (NBT Women Bike rally) का आयोजन किया गया था. जिसमें
2000 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ऑनलाइन फ्लैग
ऑफ कर इस रैली को रवाना किया. साथ ही उन्होंने बाइक रैली में भाग लेने वाली
निर्भीक महिलाओं की सराहना भी की.
राष्ट्रपति ने कहा, मुझे बताया गया कि इस रैली के आयोजन की
शुरुआत वर्ष 2012 के दिसंबर महीने में, दिल्ली में एक बेटी के
साथ किए गए अमानवीय कृत्य से उत्पन्न हुए भय के वातावरण को बदलने के उद्देश्य से
की गई थी। उस जघन्य अपराध ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया था। वर्ष
2013 में आयोजित ऑल विमेन बाइक रैली में लगभग 300 बेटियों ने भाग लिया था तथा
महिलाओं के विरुद्ध अपराध के अंधकार में अपने आत्मविश्वास का प्रकाश फैलाया।
‘जी बेफिकर’ थीम पर आधारित थी यह रैली
ध्यान देने योग्य है कि दिल्ली के कनॉट प्लेस में इस विमेन
बाइक रैली का आयोजन किया गया था. जिसमें बड़ी संख्या में महिला बाइकर्स ने हिस्सा
लिया. जी बेफिकर थीम पर आधारित इस बार की बाइक रैली बहुत ही खास रही. इस बाइक रैली
में 2000 से ज्यादा महिलाओं के साथ
साथ बीएसएफ की महिला बाइकर्स और दिल्ली पुलिस की महिला बाइकर्स की टीम ने भी
हिस्सा लिया। कार्यक्रम में 18 से 95 साल तक की उम्र की महिलाओं ने हिस्सा लिया।
विमेन बाइक रैली में दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना, केंद्रीय राज्यमंत्री
दर्शना जरदोश, फिल्म अभिनेत्री सान्या
मल्होत्रा, बतौर खास मेहमान शामिल
हुए। इस दौरान Scary fox की टीम की एमडी सोनिया
शर्मा ने नेड्रिक न्यूज से बातचीत के दौरान नवभारत टाइम्स का धन्यवाद किया.
वहीं,
राइडर रजनी ने भी विमेन बाइक रैली को लेकर अपनी बातें रखी. उन्होंने बताया कि वो पिछले 8
वर्षों से बाइक चला रही हैं. बाइक राइडिंग शुरू करने के समय होने वाली
परेशानियों पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पहले ऐसी स्थिति थी कि महिलाएं बाइक
तक नहीं खरीद सकती थी. समाज में उन्हें अलग ही दृष्टि से देखा जाता था.
रजनी मौजूदा समय में Royal Enfield 350 classic चलाती हैं. महिला सशक्तिकरण की बातें और वर्ष
2023 में महिलाएं अपने आप को कहां देखती हैं? इस सवाल पर रजनी ने कहा कि उन्हें तो
अब हर क्षेत्र में महिलाएं ही दिखती हैं. इस दौरान राइडर्स के साथ पौधे भी देखे
गए. उनका उद्देश्य था कि महिला सशक्तिकरण का संदेश देते हुए प्रकृति को बचाने पर
ध्यान केंद्रित करना चाहिए. ऐसे में उन्होंने राइडिंग के साथ प्रकृति को बचाने
हेतु पौधारोपण भी देखने को मिला.
वर्किंग विमेन्स भी हैं राइडिंग की शौकीन
वहीं, नेड्रिक न्यूज के संवाददाता ने राइडर विभा नशी से
बातचीत की. उन्होंने कहा कि बाइक राइडिंग का अपना अलग ही मजा है. ऐसा लगता है कि
हम एक अलग ही दुनिया में जी रहे हैं. विभा एक वर्किंग विमेन हैं लेकिन हर रविवार
को वह बाइक राइडिंग के लिए समय निकाल लेती हैं. उन्होंने लड़कियों को संदेश देते
हुए कहा कि लड़कों से अलग तो आप हो नहीं. भगवान ने दोनों को एक जैसे ही बनाया है
तो ये डिफरेंस केवल लोगों के दिमाग में है. आप जब इस अंतर को अपने दिमाग से निकाल
दोगे, आप सड़क पर राइडिंग के लिए आ जाओगे.