सुशांत सिंह राजपूत केस में ड्रग के एंगल की एंट्री होते ही केस में जांच के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी की NCB की एंट्री हुई थी। तभी ड्रग मामले के खुलासे के लिए एक बेहद शार्प माइंड और कड़क ऑफिसर को एनसीबी में भेजा गया था, जिसका नाम था समीर वानखेड़े। वानखेड़े के जांच में शामिल होने के बाद से बॉलीवुड से जुड़े लोगों की दिक्कतों में इजाफा होने लगा, लेकिन आज यही कड़क ऑफिसर रिश्वत लेने जैसे आरोपों का सामना कर रहा है। फर्जीवाड़े का इस अधिकारी पर सीधे सीधे आरोप लगाया जा रहा है। तो सबसे पहला सवाल तो यही है कि क्या वानखेड़े ने रिश्वत ली? और ऐसे कई सवाल है वानखेड़े को लेकर जो अनसुलझे हैं…
क्रूज ड्रग्स केस में अब खुद NCB की जांच पर सवाल खड़े होने लगे हैं। NCB मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर 8 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा हैं। आर्यन खान ड्रग्स केस में वानखेड़े के ही एक गवाह जिसका नाम प्रभाकर सैल है उसने ऐसे सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। अब NCB इंटरनल इन्क्वायरी करने का आदेश दे दिया है । इतना ही नहीं मुंबई से लेकर दिल्ली हेडक्वार्टर तक पूरा का पूरा नारकोटिक्स विभाग हिला हुआ है।
खबर ये भी है कि तीन सदस्यों की टीम दिल्ली से मुंबई जाएगी और इस पूरे केस की जांच करेगी। अब एक और बात सुर्खियों में हैं और वो है NCP-NCB के बीच युद्ध की। क्योंकि सीधे सीधे सोशल मीडिया पर ये लड़ाई चल रही है। दरअसल, हुआ ये है कि आर्यन खान के ड्रग केस पर NCP के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक NCB पर हमलावर हैं और इसी के तहत उन्होंने वानखेड़े पर हमला बोलते हुए कहा कि समीर वानखेड़े कोरोना वायरस महामारी में लगे लॉकडाउन के वक्त अपनी फैमिली के साथ दुबई और मालदीव में क्या कर रहे थे? नवाब मलिक ने कथित तौर पर बॉलीवुड हस्तियों के खिलाफ फर्जी ड्रग्स मामले गढ़ने के लिए वानखेड़े को जेल जाने तक की चेतावनी दे डाली और मलिक ने वानखेड़े की फैमिली की मालदीव में छुट्टियां मनाते हुए फोटोज भी शेयर की है। जब पूरा बॉलीवुड भी वहीं था।
यहां तक कि वानखेड़े पर एक और आरोप लगाया कि उन्होंने फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनाकर नौकरी पाई है और उनका ये भी दावा है कि उन्होंने वानखेड़े का जो बर्थ सर्टिफिकेट सोशल मीडिया पर शेयर किया था वो भी असली है। हालांकि, जाहिर है कि ऐसे आरोप एक अधिकारी पर लगेंगे तो उसकी सफाई भी दी जाएगी तो वानखेड़े ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि नवाब मलिक के खिलाफ लीगल एक्शन लूंगा।
जहां तक जाति की बात है तो इसमें भी नया मोड़ तब आया जब महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जाति का fake certificate बनाकर सरकारी नौकरी पाई है । मंत्री ने एक बर्थ सर्टिफिकेट की कॉपी तक सोशल मीडिया पर शेयर की थी। दावा ये भी किया गया कि जिस बर्थ सर्टिफिकेट को शेयर किया गया है वो समीर वानखेड़े का है। इसमें जो पिता का नाम दिया गया है वो है ‘दाऊद के. वानखेड़े’ । धर्म वाले कॉलम में लिखा गया है ‘मुस्लिम’।
वहीं समीर वानखेड़े की तरफ से कहा गया था कि पिछले काफी दिन से मुझे नवाब मलिक द्वारा टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब उन्होंने मेरी फैमिली को इन सब में घसीटा। मेरी गोपनीयता का हनन और मानहानि किया है। इससे मैं आहत हूं। उनका ये भी कहना है कि मेरी फैमिली पर मेंटली प्रेशर डाला जा रहा है। यहां सवाल ये भी है कि NCP-NCB के बीच कब शुरू हुई ये तकरार?
तो NCP-NCB के बीच ये तकरार और आरोप लगाने का दौर तब शुरू हुआ जब जांच एजेंसी ने एक क्रूज शिप पर चलती रेव पार्टी पर रेड मारी थी और शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के साथ ही 8 लोगों को अरेस्ट कर लिया जाएगा। जो कि न्यायिक हिरासत में अब 30 अक्टूबर तक हैं। इस केस में एनसीबी ने 12 अन्य को अरेस्ट किया। महाराष्ट्र के रहने वाले समीर वानखेड़े और वो 2008 बैच के आईआरएस अफसर हैं। आईआरएस में आते ही उनकी मुंबई में पहली पोस्टिंग हुई। छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनको डिप्टी कस्टम कमिश्नर के तौर पर पद दिया गया। उनकी काबलियत और काम में कड़कपन और शार्पनेस पर गौर करते हुए उनको आंध्र प्रदेश और फिर दिल्ली भी कई मामलों की जांच के लिए भेज दिया गया।
समीर को ड्रग्स और नशे से जुड़े केसेज में स्पेशलिस्ट माना जाता है। लेकिन आज जिस तरह से वे आरोपों के भंवर में फंसते जा रहे हैं उसे देखकर लग रहा है कि उनका वक्त अभी बुरा चल रहा है। खैर आगे क्या होगा इस पूरी तरह से उलझे हुए मामले ये देखना होगा।