मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले एक बड़ी खबर सामने आई है और ये खबर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अधीक्षक द्वारा आत्माहत्या करके जान देने को लेकर है. दरअसल, मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में एक केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अधीक्षक सेल्वा मुर्गन ने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी है. वहीं इस घटना के बाद अब पुलिस इस मामले की जाँच में जुट गयी है क्यों केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अधीक्षक ने सेल्वा मुर्गन ने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाया है.
सल्फास और नींद की गोलियां खाकर की आत्महत्या
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अधीक्षक ने सेल्वा मुर्गन ने सल्फास की गोलियों का सेवन कर आत्महत्या कर ली उन्होंने कोल्ड ड्रिंक में सल्फास मिलाई और उसके बाद उसे पी लिया साथ ही कई सारी नींद की गोलियां भी खा ली. वहीं इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद परिवारवाले उन्हें अस्पताल ले गये जहाँ उन्हें अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था जहां पर उनकी मौत हो गई जिसके बाद अस्पताल से सूचना मिलने पर पुलिस ने बॉडी का पोस्टमार्टम कराया और परिवार के हवाले कर दिया.
मौत से 4 महीने पहले भी की थी आत्महत्या की कोशिश
रिपोर्ट के अनुसार, अधीक्षक सेल्वा मुर्गन ने आत्माहत्या जैसा बड़ा कदम पारिवारिक विवाद के कारण उठाया है उनके परिवार में झगड़ा होता था और इस झगड़े से तंग आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली.
इसी के साथ ये भी कहा गया है कि अधीक्षक सेल्वा मुर्गन पहले भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी. 31 मई को मुरुगन खुदकुशी करने की मंशा से ऑटो से ग्वालियर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन इस बात का पता उनकी पत्नी को लग गया था और उनका पीछा करते हुए मौके पर पहुंच गईं थी.
अधीक्षक सेल्वा मुर्गन रेलवे स्टेशन पर आत्महत्या करने गये थे. वहीं उनकी पत्नी ने स्टेशन डायरेक्टर और आरपीएफ की मदद ली और उन्हें खोजकर उन्हें आत्महत्या करने से रोक लिया था. वहीं बताया जा रहा है कि इसके बाद वहां पर अधिकारियों ने उनकी काउंसलिंग भी की थी और दोनों के बीच सुलह करवाकर उन्हें वापस घर भेज दिया. वहीं इस घटना के 4 महीने बाद उन्होंने फिर से ये आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाया और इस दौरान उनकी मौत हो गयी.
पुलिस कर रही है मामले की जाँच
वहीं इस मामले की जाँच पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अधीक्षक सेल्वा मुर्गन ने 31 मई को भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी. वो आत्महत्या के लिए रेलवे स्टेशन पहुंच गए थे. जहां पर जीआरपी ने उन्हें बचा लिया था इसके बाद मुर्गन की काउंसिलिंग भी करवाई गई थी. वहीं सी घटना के बाद उन्होने आत्महत्या की कोशिश की और इस दौरान उनकी मौत हो गयी. वहीं अब पुलिस जहाँ अधीक्षक सेल्वा मुर्गन की हत्या की जाँच कर रही है.
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