एक ओर तो देश में कोरोना में मामलों में जबरदस्त उछाल होता दिख रहा है। दूसरी ओर इस बीच ही यूपी, उत्तराखंड, पंजाब जैसे राज्यों में जल्द ही चुनाव होने जा रहे हैं। यही वजह है कि चुनावों को टालने की मांग बार-बार उठ रही है। बीते दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी चुनाव टालने की बात कही थीं।
इसके बाद अब नैनीताल हाईकोर्ट की तरफ से चुनाव आयोग और भारत सरकार से सवाल करते हुए पूछा कि क्या चुनाव की रैलियां और वोटिंग ऑनलाइन हो सकती है? दरअसल, उत्तराखंड में ओमीक्रोन और कोरोना के मामले बढ़ने की वजह से विधानसभा चुनाव और रैलियों को स्थगित करने की मांग करते हुए जनहित याचिका दाखिल की, जिस पर हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए ये सवाल किया।
नैनीताल हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद चुनाव आयोग और भारत सरकार से पूछा है कि क्या चुनावी रैलियां वर्चुअली और वोटिंग ऑनलाइन हो सकती है? वहीं इसका जवाब देने के लिए चुनाव आयोग ने 12 जनवरी तक का समय दिया है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में कोरोना का कहर बढ़ रहा है। राज्य में एक दिन में 500 से ज्यादा कोरोना केस रिपोर्ट किए गए। उत्तराखंड में एक्टिव केस की संख्या एक हाजर के पार हो चुकी। 24 घंटों में उत्तराखंड में 13 जिलों में 505 लोग कोरोना केस मिले, जिसमें देहरादून में 253 केस सामने आए। इसके अलावा हरिद्वार में 64, नैनीताल में 55, पौड़ी में 60, ऊधमसिंह नगर में 37 केस मिले।
देश में कोरोना की रफ्तार भी बहुत तेजी से बढ़ रही है। आज यानी गुरुवार को भारत में कोरोना संक्रमण के 90 हजार से ज्यादा नए केस आए है। 10 दिन पहले रोजाना आने वाले मामले केवल 6 हजार थे। कुछ ही दिनों में ये बढ़ोत्तरी हैरान कर देने वाली और डराने वाली है। रैलियों और चुनावी कार्यक्रमों में केस बढ़ने की आंशका है, जिसकी वजह से इन्हें टालने की मांग उठ रही है। हालांकि चुनाव आयोग इलेक्शन टालने के मूड में नहीं लग गया। जल्द ही चुनाव की तारीखों की घोषणा होने की संभावना है।