पश्चिम बंगाल की सियासत में इन दिनों भौकाल मचा हुआ है। सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी के बीच जमकर बयानबाजियां हो रही है। एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए जा रहे हैं। चुनाव में मिली हार के बाद प्रदेश में बीजेपी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है।
तमाम नेता और कार्यकर्ता टीएमसी में वापसी करने की कोशिशों में लगे हैं। पिछले दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने पार्टी को बड़ा झटका देते हुए टीएमसी का दामन थाम लिया। प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी और टीएमसी के तमाम बड़े नेताओं के बीच वह टीएमसी में शामिल हुए।
ममता बनर्जी ने तब स्पष्ट रुप से कहा था कि मुकुल रॉय को पार्टी में महत्वपूर्ण पद मिलेगा। अब राज्य की सियासत में इस बात की चर्चा काफी तेज है कि बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से टीएमसी में शामिल होने वाले मुकुल रॉय को टीएमसी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है।
शुभेंदु के बढ़ते कद से नाराज थे मुकुल रॉय!
टीएमसी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे मुकुल रॉय ने लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया था। और उन्हीं की कोशिशों की बदौलत लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में 18 सीटों पर कब्जा जमाया था। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में बीजेपी ने इन्हें अपना उम्मीदवार भी बनाया था। मुकुल रॉय ने पार्टी को निराश नहीं किया और इस चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की। लेकिन एका-एक सब कुछ बदल गया। अब वह टीएमसी का हिस्सा बन चुके हैं।
बताया जा रहा है कि बीजेपी में शुभेंदु अधिकारी के लगातार बढ़ते कद को देखते हुए मुकुल रॉय काफी नाराज बताए जा रहे थे। मुकुल रॉय 4 साल पहले से ही बीजेपी से जुड़े थे लेकिन बंगाल चुनाव 2021 से तुरंत पहले बीजेपी में शामिल होने वाले शुभेंदु अधिकारी को ज्यादा महत्व दिया जाने लगा, जिसे लेकर वह कथित तौर पर परेशान थे। जिसके बाद उन्होंने टीएमसी में वापसी का फैसला किया।
राजीव बनर्जी हो सकते हैं टीएमसी में शामिल
खबरों की मानें तो तमाम बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जल्द ही टीएमसी में शामिल होने वाले हैं। चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए राजीव बनर्जी भी टीएमसी में वापसी की कोशिशों में लगे हैं। वह लगातार पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं से मिल रहे हैं। पिछले दिन सोमवार को बीजेपी के 50 कार्यकर्ताओं ने टीएमसी ऑफिस के बाहर धरना दिया कि उन्हें टीएमसी में शामिल कर लिया जाए। जिसके बाद टीएमसी नेताओं ने उन्हें पार्टी में शामिल कर लिया। अभी भी तमाम नेता और कार्यकर्ता टीएमसी में शामिल होने की कोशिशों में लगे हैं।