बीते दिनों मायानगरी
मुंबई में तब हड़कंप मच गया था, जब मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक
कार मिली, जिसमें विस्फोटक से भरा हुआ सामान मौजूद था। गाड़ी
से जेलिटिन की 20 छड़े बरामद हुईं। इसके बाद मुंबई में अफरा-तफरी का माहौल बन
गया था। सिर्फ यही नहीं मुकेश अंबानी को धमकी भी दी गई थीं। मामले की जांच NIA को
सौंपी गईं।
वहीं जांच के बीच ही इस
मामले में कई ट्विस्ट एंड टर्न आ चुके हैं। हाल ही में एंटीलिया के बाहर मिलीं स्कॉर्पियो के मालिक की संदिग्ध परिस्थितियों में
मौत हो गई थीं। वहीं इस मामले में अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है। अंबानी के घर के
बाहर मिलीं विस्फोटक कार का तिहाड़ जेल से भी अब एक कनेक्शन सामने आया है।
तिहाड़ के आसपास की
लोकेशन हुई ट्रेस
मीडिया रिपोर्ट्स के
मुताबिक एंटीलिया के बाहर स्कॉर्पियो खड़ी करने की जिम्मेदारी जैश-उल हिंद संगठन
ने जिस टेलग्राम चैनल से ली, उसकी लोकेशन के बारे में पता चला है। खबरों के
मुताबिक लोकेशन दिल्ली के तिहाड़ जेल के आसपास की बताई जा रही है।
दरअसल, जांच एंजेंसी ने एक प्राइवेट साइबर फर्म को उस फोन की लोकेशन के बारे में पता लगाने को कहा था, जिससे टेलीग्राम चैनल बना और फिर उसी से संदिग्ध कार की जिम्मेदारी
लेने वाला मैसेज भेजा गया। साइबर कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार इस मैसेज को जारी
करने के लिए टेलीग्राम चैनल TOR नेटवर्क के जरिए बनाया गया। इसका इस्तेमाल डार्क वेब का इस्तेमाल
करने के लिए होता है। वहीं मैसेज भेजने के लिए जिस सिम कार्ड का इस्तेमाल हुआ, उसकी लोकेशन तिहाड़ के आसपास मिलीं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 26 फरवरी दोपहर 3:20 पर इस टेलीग्राम
चैनल को बनाया गया। फिर 27 फरवरी की रात को संदिग्ध कार की जिम्मेदारी लेने वाला
मैसेज जारी किया गया। आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस मामले में जैश उल हिंद
का नाम सामने आया था। संगठन ने पहले संदिग्ध कार की जिम्मेदारी ली थीं, लेकिन बाद में इसमें अपनी भूमिका होने से इनकार कर दिया।
मनसुख हीरने की मौत का मामला
मामले की जांच
के बीच स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हीरने की संदिग्ध मौत का मामला भी सुर्खियों में
बना हुआ है। इसमें पुलिस अधिकारी सचिन वाजे का नाम सामने आया। मनसुख के परिजनों ने
सचिन वाजे पर हत्या का आरोप लगाया। इसको लेकर विपक्ष ने काफी हंगामा किया। विपक्ष
के दबाव की वजह से महाराष्ट्र सरकार ने सचिन वाजे का क्राइम ब्रांच से ट्रांसफर
किया गया।