Mehul Choksi Extradition:भारत के प्रमुख हीरा कारोबारी और गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के मालिक मेहुल चोकसी को 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में मुख्य आरोपी होने के कारण बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है। इसकी पुष्टि बेल्जियम के फेडरल पब्लिक सर्विस ऑफ जस्टिस ने सोमवार को की। चोकसी की गिरफ्तारी के बाद भारतीय सरकार ने उसके प्रत्यर्पण के लिए बेल्जियम से औपचारिक अनुरोध किया है, ताकि उसे भारत वापस लाकर इस मामले की जांच को आगे बढ़ाया जा सके।
भारत से भागने के बाद मेहुल चोकसी का कहां था ठिकाना? (Mehul Choksi Extradition)
चोकसी ने 2018 में भारत छोड़ दिया और एंटीगुआ और बारबुडा में नागरिकता प्राप्त की थी। उसके बाद वह कई सालों तक रडार से गायब रहा। हालांकि, मई 2021 में उसे डोमिनिकन गणराज्य में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कुछ दिनों तक जेल में रहने के बाद उसे छोड़ दिया गया, और इस दौरान मेहुल चोकसी ने खुद को “हनी ट्रैप” और अपहरण की साजिश का शिकार बताया था।
हनी ट्रैप का रहस्य
मेहुल चोकसी ने दावा किया था कि वह हंगरी की नागरिक बारबरा जबारिका के जाल में फंस गया था, और उसे अपहरण कर एक नाव के जरिए एंटीगुआ से डोमिनिका ले जाया गया था। इस कथित साजिश में बारबरा जबारिका का नाम प्रमुख रूप से सामने आया था। चोकसी ने दावा किया था कि बारबरा ने उसे झूठे बहाने से दोस्ती की और अपहरण के दौरान उसे रात के खाने के बहाने बुलाया था।
बारबरा जबारिका का विरोध
बारबरा जबारिका ने चोकसी के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि वह किसी हनी ट्रैप का हिस्सा नहीं थी। उसने बताया कि चोकसी ने खुद को ‘राज’ के नाम से पेश किया था, और वह अपने व्यवसाय के लिए स्वतंत्र थी, उसे किसी प्रकार की नकली आभूषण या नकदी की आवश्यकता नहीं थी। उसने कहा कि चोकसी ने अपनी पहचान को गलत तरीके से पेश किया था, और उसके साथ दोस्ती करने के लिए उसने उसे राज के रूप में प्रस्तुत किया था।
बेल्जियम में गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण की प्रक्रिया
मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी बेल्जियम में 12 अप्रैल 2025 को हुई, जब वह स्विट्जरलैंड जाने की तैयारी कर रहा था, ताकि अपने स्वास्थ्य का इलाज करवा सके। चोकसी के खिलाफ भारतीय एजेंसियां, जैसे कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI), पहले से ही लगातार कार्यवाही कर रही थीं। जैसे ही भारतीय एजेंसियों को सूचना मिली, बेल्जियम की जांच एजेंसियों को अलर्ट किया गया, और चोकसी के दस्तावेजों के साथ उसे गिरफ्तार किया गया।
अब भारतीय सरकार बेल्जियम से चोकसी का प्रत्यर्पण करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है, ताकि वह भारत लौट सके और 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़े मामलों का सामना कर सके।
मेहुल चोकसी का करियर और घोटाले की कहानी
मेहुल चोकसी ने अपने करियर की शुरुआत हीरा उद्योग से की थी और गीतांजलि जेम्स लिमिटेड की स्थापना की। वह भारतीय वित्तीय प्रणाली के एक बड़े हिस्सा थे, लेकिन पंजाब नेशनल बैंक के साथ मिलकर किए गए 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले ने उनकी छवि को चकनाचूर कर दिया। 2017 में, उन्होंने एंटीगुआ की नागरिकता प्राप्त की, और इसके बाद भारत से भागने का उनका रास्ता आसान हो गया।
अब क्या होगा?
अब जबकि मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है, भारतीय एजेंसियां उसकी गिरफ्तारी के लिए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने की दिशा में कदम उठा रही हैं। बेल्जियम से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में समय लग सकता है, लेकिन इस दौरान चोकसी को भारतीय न्यायालय में पेश करने का इंतजार किया जाएगा, जहां वह अपने खिलाफ चल रहे मामलों का सामना करेगा।