यूपी जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी ने जीत का परचम लहराया। इन चुनावों में बीजेपी ने 75 में से 67 सीटों पर बड़ी जीत दर्ज की। वहीं बात अगर विपक्षी पार्टियों की करें तो इसमें समाजवादी पार्टी के अलावा और दूसरी पार्टी दूर दूर तक नहीं दिखीं। इन चुनावों को 2022 विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा था। ऐसे में एक ओर जहां बीजेपी नतीजों से काफी उत्साहित है, तो विपक्षी खेमे में निराशा है। साथ ही साथ आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया।
‘BSP में B का मतलब BJP’
यूपी में कांग्रेस पार्टी और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच जुबानी जंग छिड़ चुकी हैं। इस जंग की शुरुआत की गई कांग्रेस की तरफ से। कांग्रेस ने एक ट्वीट कर BSP प्रमुख मायावती के पारे को चढ़ा दिया।
दरअसल, कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि BSP में B का मतलब बीजेपी है। जिस पर मायावती का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने कांग्रेस को काफी कुछ सुना डाला। मायावती ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और कांग्रेस पर हमले बोले। उन्होंने कांग्रेस को कनिंग पार्टी बताते हुए कहा कि वो अब ऑक्सीजन पर है। साथ में उन्होंने कांग्रेस को BSP में B का क्या मतलब है ये भी बताया।
मायावती ने कांग्रेस को सुनाया
BSP प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा- “यूपी में भी ऑक्सीजन पर चल रही कांग्रेस का यह कहना कि बीएसपी के ‘बी’ का मतलब ‘बीजेपी’ है, घोर आपत्तिजनक। जबकि बीएसपी के ‘बी‘ का अर्थ बहुजन है, जिसमें SCs, STs, OBCs, धार्मिक अल्पसंख्यक व अन्य उपेक्षित वर्ग के लोग आते हैं, जिनकी संख्या ज्यादा होने की वजह से वो बहुजन कहलाते हैं।”
मायावती ने अपनी अगली ट्वीट में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लिखा- “जबकि कांग्रेस के ‘सी’ का मतलब वास्तव में ‘कनिंग’ पार्टी है, जिसने केंद्र व राज्यों में अपने लंबे शासनकाल में बहुजन के वोटों से अपनी सरकार बनाने के बावजूद इन्हें लाचार व गुलाम बनाकर रखा और अन्ततः BSP बनाई गई और तब उस समय बीजेपी केंद्र व राज्यों की सत्ता में कहीं नहीं थी।”
मायावती ने एक और ट्वीट में कांग्रेस-सपा और बीजेपी तीनों पर ही निशाना साधा। उन्होंने कहा- “यह भी सर्वविदित है कि यूपी में कांग्रेस, सपा व बीजेपी की सरकार के चलते यहां कोई भी छोटा-बड़ा चुनाव स्वतंत्र व निष्पक्ष कभी नहीं हो सकता और ना ही इनसे इसकी किसी को कोई उम्मीद करनी चाहिए। जबकि बीएसपी की सरकार के समय में यहां सभी छोटे-बड़े चुनाव स्वतंत्र व निष्पक्ष कराए गए।”
3. यह भी सर्वविदित है कि यूपी में कांग्रेस, सपा व बीजेपी की सरकार के चलते यहाँ कोई भी छोटा-बड़ा चुनाव स्वतंत्र व निष्पक्ष कभी नहीं हो सकता और ना ही इनसे इसकी किसी को कोई उम्मीद करनी चाहिये जबकि बीएसपी की सरकार के समय में यहाँ सभी छोटे-बड़े चुनाव स्वतंत्र व निष्पक्ष कराए गए।
— Mayawati (@Mayawati) July 4, 2021
…तो इसलिए कांग्रेस ने कहा ऐसा!
गौरतलब है कि कांग्रेस ने मायावती की पार्टी पर इसलिए हमला बोला क्योंकि BSP ने जिला पंचायत चुनाव लड़ने से मना कर दिया था, जिसके फायदा बीजेपी को मिलता दिखा। हालांकि मायावती ने ऐसा करने की वजह मिशन 2022 बताया था। उन्होंने कहा था कि उनका पूरा फोकस फिलहाल 2022 के विधानसभा चुनाव ही हैं, जिसकी वजह से जिला पंचायत के चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। वैसे ऐसा पहली बार नहीं जब विपक्षी पार्टियों ने BSP पर इस तरह के आरोप लगाए हो। पहले भी कई बार कांग्रेस मायावती पर बीजेपी के साथ चुपके से गठबंधन करने का आरोप लगा चुकी है।