पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियां प्रदेश में काफी सक्रिय हो गई हैं। देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी इस बार बंगाल में ममता बनर्जी को कड़ी चुनौती देने का दावा करते आ रही है।
वहीं, प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेता लगातार रैली और जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं और फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। राजनीतिक पार्टियां प्रदेश में बड़े चेहरे को साधने में भी जुटी हुई हैं।
इसी क्रम में आज पश्चिम बंगाल मूल के पूर्व भारतीय खिलाड़ी मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी में शामिल होने वाले हैं। उन्होंने खुद इस बात की पुष्टि की है।
CM बनर्जी की उपस्थिति में होंगे शामिल
पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज वह टीएमसी में शामिल हो रहे हैं। ममता बनर्जी अग्निकन्या हैं, उन्हें देखकर टीएमसी में शामिल हो रहे हैं। मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने कहा है कि वह देश और राज्य की सेवा करना चाहते हैं, इस कारण टीएमसी में शामिल हो रहे हैं। उनका कहना है कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में ही राज्य का विकास संभव है।
हावड़ा में जन्मे 35 साल के मनोज तिवारी आज हुगली के डनलप में ममता बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी का हाथ थामेंगे। डनलप में आज ममता बनर्जी जनसभा को संबोधित करने वाली है।
उतार-चढ़ाव से भरा रहा क्रिकेट करियर
बता दें, इस खिलाड़ी ने साल 2008 में भारत के लिए डेब्यू किया था। लेकिन इनका करियर उतार चढ़ा से भरा रहा। वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे। उन्होंने अपने करियर में 12 वनडे और 3 टी20 मुकाबले खेलें।
वनडे में उनके नाम एक शतक और एक अर्धशतक दर्ज है। उनका कुल स्कोर 287 रन रहा तो वहीं, टी20 में मनोज तिवारी ने 15 रन बनाए। वह इंडियन प्रीमियर लीग में कई फ्रेंचाईजियों के लिए खेल चुके हैं। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच जुलाई 2015 में खेला था।
गौरतलब है कि आगामी चुनाव को लेकर बंगाल की राजनीतिक गलियारों में हलचलें काफी तेज हैं। ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी राज्य में पिछले दो बार से पूर्ण बहुमत की सरकार बनाते आ रही है।
पिछले चुनाव में टीएमसी ने 293 विधानसभा सीटों वाले बंगाल में 211 सीटों पर जीत हासिल की थी और रिकार्ड बहुमत के साथ सरकार बनाया था। वहीं, बीजेपी मात्र 3 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी।