देश में कोरोना का प्रकोप दिन पर दिन बढ़ता ही चला जा रहा है। रोजाना रिकॉर्ड नए मामले कोरोना सामने आ रहे है। भारत ने कोरोना के एक दिन में सामने आने वाले नए मामले का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। आज यानि गुरुवार को सवा तीन लाख से भी ज्यादा नए केस आए, जिसके हर किसी की नींद उड़ाकर रख दीं।
ऑक्सीजन को लेकर मची अफरा-तफरी
कोरोना के इस बढ़ते कहर ने देश के हेल्थ सिस्टम पर भी काफी बोझ बढ़ा दिया। कहीं पर बेड की कमी, कहीं दवाईयों, तो कहीं ऑक्सीजन की भारी कमी हो रही है। ऑक्सीजन को लेकर इस वक्त देश में हाहाकार मचा हुआ है। दिन पर दिन ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ती ही चली जा रही है, जो अब तक ठीक तरीके से पूरी नहीं हो पा रही। जिसकी वजह से सैकड़ों मरीजों की जान पर खतरा बना हुआ है।
राजधानी दिल्ली के कई अस्पताल बार बार ऑक्सीजन की किल्लत की बात कहते नजर आ रहे है। दिल्ली से बीते दो-तीन दिनों से लगातार ही ऐसी खबरें आ रही है कि अस्पतालों ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना कर रहे हैं। दिल्ली की केजरीवाल सररकार केंद्र से ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाने की मांग कर रही, जिसे केंद्र ने माना भी और दिल्ली के कोटे की ऑक्सीजन बढ़ाई।
अभी भी दिल्ली में ऑक्सीजन का संकट
लेकिन अब तक तो ऑक्सीजन की डिमांड दिल्ली में पूरी नहीं हो पा रही। जिसके चलते अब राजनीतिक घमासान भी मचना शुरू हो गया। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी और हरियाणा प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
सिसोदिया ने हरियाणा-यूपी को ठहराया जिम्मेदार
सिसोदिया ने ऑक्सीजन की किल्लत के लिए यूपी और हरियाणा प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। डिप्टी सीएम ने कहा कि ऑक्सीजन को लेकर दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में अफरा तफरी मची हुई है। केंद्र द्वारा बढ़ाने के बावजूद कई राज्यों के द्वारा ऑक्सीजन पर कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन का संकट है। कई हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म हो गई। अस्पताल वाले मरीज से कह रहे हैं कि कोई दूसरा इंतेजाम देखें। लेकिन मरीज जाएंगे कहां क्योंकि दूसरे हॉस्पिटल के भी हालात ठीक नहीं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि उनको सुबह से दिल्ली के कई अस्पतालों से लगातार मैसेज आ रहे हैं कि किसी के यहां 6 घंटे तो कहीं 4 घंटे की ऑक्सीजन बचा हुआ है। जब केंद्र ने राज्यों कोटा तय कर दिया तो खासकर हरियाणा और यूपी क्यों ऑक्सीजन आपूर्ति में बाधक बन रहे हैं।
दिल्ली के डिप्टी सीएम ने कहा कि मंगलवार को यूपी के प्रशासनिक अधिकारी मोदीनगर से ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होने दे रहे थे। बुधवार को वहां आपूर्ति सामान्य हुई, तो हरियाणा ने रोक ली। हरियाणा-यूपी के प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस की दादागिरी की वजह से बुधवार को 378 टन की जगह सिर्फ 177 टन ही उठ पाई।
वो आगे बोले कि आज भी हरियाणा-यूपी में ऑक्सीजन को लेकर जंगलराज मचाया हुआ है। वहां के ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन नहीं उठने दिया जा रहा। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि जितना हमारा कोटा तय किया गया, उसकी आपूर्ति करने में मदद करें।
सिसोदिया बोले कि जब केंद्र ने दिल्ली का ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ा दिया है, तो हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें ऐसा व्यवहार क्यों कर रही हैं, जैसे दिल्ली का उत्तर प्रदेश और हरियाणा से झगड़ा है। ये एक दूसरे से लड़ने का नहीं बल्कि एकजुट होकर लड़ने का वक्त है।