सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रही है जिसमें पुलिस ढाबे में खाना खा रहे 4 लोगों को गिरफ्तार करते हुए देखी जा रही है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि भरुच क्राइम ब्रांच ने दिल्ली दंगों में शामिल एक आरोपी सिराज मोहम्मद अनवर को गिरफ्तार किया है।
कई प्रोपोगेंडा पेज की ओर से भी इस वीडियो को शेयर करते हुए दिल्ली हिंसा के आरोपी को पकड़े जाने की बात कही जा रही है। ऑप इंडिया के सीईओ राहुल रौशन ने भी इस मामले को लेकर सेक्युलर लोगों पर तंज कसा है। इसी बीच ऑल्ट न्यूज की फैक्ट चेक ने यह क्लीयर कर दिया है कि वायरल हो रही इस वीडियो का दिल्ली दंगे से किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं है।
जानें क्या है पूरा मामला?
ऑल्ट न्यूज के मुताबिक अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने 27 जून को एक ढाबे से सिराज मोहम्मद अनवर नहीं बल्कि किशोर कांतिलाल लुहार और उसके साथियों को गिरफ्तार किया। बालात्कार और वाहन चोरी के आरोपी किशोर कांतिलाल लुहार पर अलग-अलग राज्यों में चोरी और रेप के 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ऑल्ट न्यूज को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी के पास से बंदूक भी मिली। पुलिस ने उसके साथ बैठे 3 लोगों को भी गिरफ़्तार किया था। लेकिन पूछताछ के बाद इन्हें रिहा कर दिया गया। साथ ही इस मामले की जांच के लिए किशोर को बड़ौदा पुलिस को सौप दिया गया है।
ऑल्ट न्यूज ने दावा किया है कि उन्होंने अहमदाबाज पुलिस से किशोर के दिल्ली दंगों में शामिल होने की बात पूछी। जिसे पुलिस ने पूरी तरह से नकार दिया। अहमदाबाद पुलिस की ओर से बताया गया कि ‘ये व्यक्ति चोरी, लूट और बलात्कार के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है न कि दिल्ली दंगों के।‘
मोहम्मद सिराज का भी नहीं है दिल्ली दंगों से कनेक्शन
जहां तक मोहम्मद सिराज अनवर की बात है तो ऑल्ट न्यूज के मुताबिक इस नाम के शख्स को गुजरात के भरुच जिले में पुलिस ने गिरफ्तार किया। जिसके पास से 2 देशी पिस्टल, 2 मैगजीन, 3 मोबाइल फोन, 7.65 मिमी के 19 कार्टिज और 3,310 रुपये नकद बरामद किए गए थे। भरुच पुलिस ने इस मामले को लेकर एक प्रेस रिलीज जारी की थी।
जिसमें बताया गया था कि मोहम्मद सिराज अनवर उर्फ मंजोर आलम अंसारी मूल रुप से दिल्ली और पटना, बिहार का रहने वाला है। पुलिस ने इस शख्स को अवैध हथियारों के साथ शहर में सफर करते हुए पकड़ा। वह बिहार से हथियार लेकर भरुच शहर में बेचने के लिए आया था।
पुलिस के मुताबिक सिराज पैसों की वजह से हथियारों की हेरा-फेरी करता था। पुलिस की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहीं भी इसे दिल्ली दंगों से जुड़ा हुआ नहीं बताया गया है। ऐसे में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो और उस वीडियो के लिए किए जा रहे तमाम दावे फिजूल से साबित होते दिख रहे हैं।
ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक ने बोला हमला
इस मामले पर ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक और फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने ऑप इंडिया के सीईओ राहुल रौशन को निशाने पर लिया है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए राहुल रौशन के ट्विट को शेयर किया, जिसमें उन्होंने इस वीडियो के माध्यम से सेक्युलर लोगों पर तंज कसा था। और इसके साथ ही जुबैर ने ऑप इंडिया के फैक्ट चेक वाले उस ट्विट को भी शेयर किया, जिसमें यह माना जा रहा है कि वायरल हो रही वीडियो का दिल्ली दंगे से कोई संबंध नहीं है। मोहम्मद जुबैर ने इसे शेयर करते हुए लिखा कि पहले फेक न्यूज प्रमोट करो और फिर फैक्ट चेक…।
Pehle fake News promote karo aur fir fact check.