केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन अभी भी जारी हैं। इस आंदोलन को 6 महीनों से भी ज्यादा का वक्त गुजर चुका है, लेकिन समाधान अब तक नहीं निकल पाया। वहीं किसान आंदोलन इन दिनों कुछ गलत वजहों से चर्चाओं में आ रहा है। बीते दिनों आंदोलन में शामिल युवती के साथ रेप की खबरें सामने आई थीं।
4 लोगों पर हत्या का आरोप
इसके बाद अब टिकरी बॉर्डर पर एक युवक को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। झज्जर के एक 42 साल के शख्स की मौत जलने की वजह से हुई। परिवार ने किसान आंदोलन में शामिल 4 लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है।
मृतक युवक की पहचान मुकेश नाम के एक व्यक्ति के रूप में हुई, जो कि एक बस ड्राइवर था। मुकेश इस दौरान 90 फीसदी जल गए थे। आनन-फानन में उनको अस्पताल लेकर जाया गया, लेकिन वो बच नहीं पाए। मुकेश के भाई मदन लाल ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने एक गिरफ्तारी भी की।
एक आरोपी की हुई गिरफ्तारी
इस घटना के बारे में सेक्टर 6 के SHO ने बताया कि हमने एक आरोपी कृष्ण को गिरफ्तार किया। वो जिंद के रहने वाले हैं और प्राथमिकी में उसका नाम भी शामिल था। टिकरी बॉर्डर पर हो रहे किसान आंदोलन का वो हिस्सा भा था।
उन्होंने आगे बताया कि जांच में ये बात सामने आई है कि बुधवार शाम को पीड़ित और आरोपी साथ में शराब पी रहे थे। तब आपस में उनका किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया और बाद में ये लड़ाई में बदल गई। मारपीट के बाद आरोपी ने पीड़ित को आग लगा दी थीं। जो दूसरे लोग इस घटना में शामिल हैं, उनको भी गिरफ्तार करने की कोशिशें हो रही हैं। साथ ही मामले की जांच जारी है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने घटना पर क्या कहा?
वहीं किसान आंदोलन पर जो आरोप लगे हैं, संयुक्त किसान मोर्चा ने उनसे इनकार किया। मोर्चा का कहना है कि मुकेश की मौत सुसाइड की वजह से हुई। इसकी जह परिवार में कलह थी। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस दौरान किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के आरोप लगाए। मोर्चा ने इस घटना में हरियाणा सरकार से निष्पक्ष जांच की भी मांग की।
मोर्चा ने एक बयान जारी कर बताया कि कसार गां के पास एचपी पेट्रोल पंप के पास एक व्यक्ति को अकेले देखा गया था। उसने अचानक अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। किसान मोर्चा के वॉलिंटियर ने जैसे ही ये देखा वो उस तरफ दौड़े, आग बुझाई और जान बचाई। व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने पारिवारिक समस्या से तंग आकर अपनी जान देने का फैसला किया।
‘आंदोलन अनैतिक हो गया’
वहीं बीते दिन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की थीं। खट्टर ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा था कि आंदोलन अनैतिक हो गया। अगर शांति से ये आंदोलन चलता रहे, तो हमें कोई समस्या नहीं, लेकिन अब इसमें हिंसात्मक और अनैतिक गतिविधियां होने लगी है, जो चिंता का विषय है। इस आंदोलन में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है।”