उत्तर प्रदेश के बागपत में एक वैक्सीन सेंटर पर बवाल मच गया। यहां वैक्सीन की कमी की वजह से एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। अक्षय नाम का एक युवक भी वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचा था, अपनी मां को वैक्सीन लगवाने के लिए। अक्षय के साथ यहां पुलिसकर्मियों की बहस हो गई। जिसको लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि बाद में अक्षय ने सुसाइड जैसा बड़ा कदम उठा लिया। 22 साल का अक्षय RSS संचालक का बेटा था। इस घटना से ग्रामीण गुस्से में हैं। उन्होंने अक्षय के शव को घंटों तक रखकर जमकर हंगामा किया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
आखिर अक्षय के साथ वैक्सीनेशन सेंटर पर ऐसा क्या हुआ, जिसकी वजह से उसे ये खौफनाक कदम के लिए मजबूर होना पड़ा ये पूरा मामला क्या है और इसमें पुलिसकर्मियों पर क्या गंभीर आरोप लग रहे हैं? आइए इसके बारे में जानते हैं…
मां को वैक्सीन लगवाने गया था युवक
बात कल यानी सोमवार की है। जब अक्षय अपनी मां को वैक्सीन लगवाने के लिए सेंटर पर पहुंचा था। ग्रामीणों के मुताबिक अक्षय ने यहां पर अपनी मां (62 साल) की उम्र का हवाला दिया और पहले टीका लगाने को कहा। इस दौरान वहां ड्यूटी कर रहे एक सिपाही के साथ अक्षय का विवाद शुरू हो गया।
सिपाही के साथ हुआ विवाद और फिर…
जानकारी के मुताबिक सलीम नाम के सिपाही ने इस दौरान अक्षय के साथ अभद्रता की और उसे लाइन में लगने को कहा। जब अक्षय ने इसका विरोध किया, तो दोनों के बीच में कहासुनी होने लगी। तब सिपारी ने उसे एक थप्पड़ तक मार दिया था और फिर दोनों के बीच हाथापाई होने लगी।
फिर अपनी मां को बिना वैक्सीन लगवाए ही घर लेकर आ गया। लेकिन मामला यहां पर थमा नहीं। इसके बाद अक्षय के खिलाफ काम में बाधा डालने और मारपीट करने के आरोप में FIR तक दर्ज कर दी गई। बाद में पुलिस उसके घर पर दबिश देने के लिए पहुंची। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने अक्षय के घर में तोड़फोड़ मचाई, महिलाओं के साथ गाली गलौज की और उसकी मां समेत परिवार के कुछ सदस्यों को थाने लेकर चली गई।
पुलिस की इस कार्रवाई से अक्षय इतना आहत हो गया कि उसने सुसाइड कर ली। उसका शव लटका हुआ मिला।
5 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज
अक्षय की मौत से उसका परिवार सदमे में आ गया। मृतक अक्षय के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रताड़ना ने उसे आत्महत्या करने पर मजबूर किया। घटना को लेकर लोग भड़क उठे और पुलिस के खिलाफ एक्शन लेने की मांग करने लगे। फिर RSS खंड (ब्लॉक) संघचालक और मृतक के पिता की शिकायत पर SHO समेत पांच पुलिसकर्मियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने समेत दूसरी धाराओं में केस दर्ज हुआ।
सोमवार रातभर इस मामले को लेकर हंगामा चलता रहा। इसके बाद मामले पर विवाद बढ़ता देख 11 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था, जिसमें से 5 पुलिसवालों के खिलाफ बाद में केस दर्ज हुआ।
वैक्सीन की कमी को लेकर शुरू हुए मामूली से विवाद इतना बड़ा रूप ले लेगा, ये तो किसी ने सोचा भी नहीं था। अक्षय बीए में पड़ रहा था और वो पढ़ाई में काफी होथियार भी था। उसके पिता अपने बेटे को पढ़ा लिखाकर एक बड़ा अफसर बनाना चाहते थे। लेकिन उस पिता का सपना टूट गया।
बता दें कि रंछाड़ गांव में वैक्सीनेशन के लिए तीन दिनों का कैंप लगाया गया था। इस दौरान वैक्सीन की पर्याप्त डोज नहीं होने की वजह से कई लोग टीका नहीं लगवा पाए। जिसके चलते ग्रामीणों ने दोबारा कैंप लगाने की मांग की। सोमवार को वहां फिर से कैंप लगवाया गया। तब भी वैक्सीन की कमी का मामला बना रहा। कैंप में सिर्फ 200 वैक्सीन की डोज ही मौजूद थी और वहां टीका लगवाने के लिए 400 से भी ज्यादा लोग पहुंच गए। वैक्सीन की कमी को लेकर ही वहां ये विवाद हुआ।