पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत से ममता बनर्जी के नेतृत्व में सरकार बनाने वाली तृणमूल कांग्रेस अभी से ही आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लग गई है। ममता बनर्जी ने पिछले दिनों दिल्ली का 5 दिवसीय दौरा किया था और बीजेपी को मात देने के लिए फ्रंट बनाने की बात कही थी। उम्मीद लगाई जा रही थी कि पीएम मोदी से टक्कर लेने के लिए विपक्षी पार्टियां मिलकर थर्ड फ्रंट बनाएंगी।
वहीं, आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से गठबंधन को लेकर किसी भी विपक्षी पार्टी ने स्थिति स्पष्ट नहीं की थी लेकिन अब ममता बनर्जी ने इस पर चुप्पी तोड़ी है। अभी तक कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात पर चुप रहने वाली तृणमूल कांग्रेस ने अब खुलकर कांग्रेस के साथ जाने की बात कह रही है।
वैकल्पिक गठबंधन होना चाहिए उद्देश्य
पश्चिम बंगाल की सत्तारुढ़ टीएमसी ने अपने मुखपत्र जागो बांग्ला में यह बात कही है। टीएमसी की ओर से कहा गया है कि पार्टी देश के हित में राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन के पक्ष में है। मुखपत्र में कहा गया कि ‘हम कांग्रेस के अलावा किसी अन्य गठबंधन के बारे में कभी बात नहीं कर रहे हैं। इस बार तीसरे विकल्प के बजाय विपक्ष का सीधा उद्देश्य वैकल्पिक गठबंधन होना चाहिए।‘
टीएमसी ने कहा, ‘हमें यह पहचानने की जरूरत है कि कांग्रेस चुनाव ठीक से क्यों नहीं लड़ पाई? गठबंधन के बीच होने वाली खाई को कैसे पाटा जाए इसके लिए हमें क्या करने की जरूरत है?’
ममता बनर्जी की पार्टी की ओर से यह भी स्पष्ट रुप से कहा गया कि अगर कोई अन्य पार्टी इसे गठबंधन सहयोगी के रूप में चाहती है तो टीएमसी को “योग्य सम्मान” दिया जाना चाहिए। हम देश के हित में गैर-भाजपा, लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष दलों की एकता के पक्ष में हैं।
दिल्ली में सोनिया गांधी से हुई थी मुलाकात
टीएमसी के मुखपत्र में आगे लिखा गया है कि ‘हमारी नेता ममता बनर्जी दिल्ली में कांग्रेस अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी के घर गईं और एक बैठक की। वहां राहुल गांधी भी थे। हम एकता चाहते हैं। हमारा भाजपा विरोधी रुख संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह है। हम कुछ सिद्धांतों या विधियों में एकता चाहते हैं। अचानक कोई हमें फोन करे और कहे कि हम मार्च निकाल रहे हैं तो शामिल हों… यह टीएमसी के मामले में काम नहीं करेगा।‘
पीएम फेस को लेकर मच सकता है बवाल
बताते चले कि लोकसभा चुनाव में अभी करीब 3 साल का समय बाकी है लेकिन राजनीतिक पार्टियां अभी से ही अपनी तैयारियों में लग गई है। पीएम मोदी और बीजेपी टक्कर लेने के लिए विपक्ष एकजुट होता दिख रहा है। लोकसभा चुनाव 2019 में भी विपक्षी पार्टियां एकजुट हुई थी लेकिन बीजेपी को टक्कर देने में नाकाम साबित हुई। तब राहुल गांधी को विपक्ष का चेहरा बताया जा रहा था। अब आगामी चुनाव में विपक्ष का चेहरा कौन होगा, इस पर संशय बरकरार है। अगर विपक्षी पार्टियां एकबार फिर से एकजुट होती हैं तो पीएम फेस को लेकर बवाल देखने को मिल सकता है।