पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में लगी है। सत्तारुढ़ टीएमसी अपना किला बचाने के प्रयास में है तो वहीं, बीजेपी इस चुनाव में टीएमसी को टक्कर देने का दावा करते आ रही है।
प्रदेश में पहले चरण का चुनाव 27 मार्च को होने वाला है जो कि 30 विधानसभा सीटों पर होगा। इन सीटों के लिए चुनाव प्रचार गुरुवार शाम से ही थम गया है लेकिन प्रदेश की अन्य विधानसभा सीटों पर प्रचार जमकर हो रहा है।
इसी बीच पश्चिमी मेदिनीपुर के चंद्रकोणा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बीजेपी और पीएम मोदी पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने मंच से एकबार फिर हिंदू कार्ड खेला है।
‘मैं भी हिंदू ब्राह्मण की बेटी…’
आज शुक्रवार को जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा, ‘हमें हिंदू धर्म सीखा रहे हैं। मैं भी हिंदू ब्राह्मण की बेटी हूं, आपसे ज्यादा हिंदू धर्म जानती हूं। मेरे लिए सभी समान हैं सभी जाति और धर्म के लोग समान हैं। मैं लोगों में भेदभाव नहीं करती हूं। मुझे मेरे मां-पिता ने भेदभाव करना नहीं सिखाया है। मेरे घर में जो बाउरी महिला काम करती हैं। चार महिलाएं काम करती थी, सभी को नौकरी दे दी हैं।‘
इन्हें सोनार बांग्ला का उच्चारण भी नहीं आता!
सीएम बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘सभी को चोर कह रहे हैं लेकिन खुद डकैतों के सरदार है? नोटबंदी का पैसा कहां गया? बैंकों का पैसा कहां गया? सब कुछ ब्रिकी कर रहे हैं और अब बंगाल को सोनार बांग्ला बनाने की बात कर रहे हैं।‘
उन्होंने बीजेपी नेताओं के सोनार बांग्ला के उच्चारण को लेकर भी सवाल उठाए। ममता बनर्जी ने कहा, ‘सोनार बांग्ला भी नहीं बोल पाते हैं। सोनार बांग्ला को ‘शोनार बांग्ला’ बोलते हैं। रवींद्रनाथ टैगोर की जन्म स्थली जोड़ासांकू को बताते हैं। विद्यासागर की मूर्ति तोड़ते हैं। गुजरात के दंगा के नायक हैं। यदि दंगा करेंगे, मुझे पंगा लेने का साहस है।‘
‘दाढ़ी रखने से सभी टैगौर नहीं हो जाते’
ममता बनर्जी ने जनसभा को संबोधित करते हुए आगे कहा, ‘देने की क्षमता नहीं है और पैसा देने की बात कर रहे हैं, सब कुछ ले ले रहे हैं। दाढ़ी रखने पर सभी रवींद्रनाथ नहीं हो जाते है। दाढ़ी रखने का स्टाइल रामकृष्ण परमहंस का अलग है। सभी का स्टाइल अलग-अलग है।‘
सीएम ने कहा, ‘आपके बीच कुछ गद्दार आए हैं। वे सीपीएम कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर अल्पसंख्यकों के वोट काटने की बात कर रहे हैं। बीजेपी से पैसा लेकर अल्पसंख्यकों का वोट काटेंगे। वोट काटने के लिए कितना पैसा लिए हैं?’