पश्चिम बंगाल की राजनीति की अगर चर्चा होती है तो एक नाम का जिक्र किए बिना यहां की राजनीति अधूरी सी लगती है। यह नाम है बंगाल की सीएम ममता बनर्जी। 55 साल की उम्र में हमेशा सफेद सूती साड़ी पहन कर तेज रफ्तार में चलने वाली ममता बनर्जी पिछले 10 सालो से बंगाल की सीएम है। एलएलबी की पढ़ाई करने के बाद कांग्रेस से जुड़ी ममता बनर्जी ने मनमुटाव के बाद कांग्रेस को छोड़ कर 1 जनवरी 1998 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की थी।
ममता बनर्जी की जिद और उनकी लगन की ही देन है कि उन्होंने टीएमसी को बंगाल की मुख्य पार्टी बनाई, वो टीएमसी की मुखिया है। पिछले 10 साल से वो बंगाल की सत्ता पर टीएमसी की ही बादशाहत है लेकिन आज के समय में भी उनकी संपत्ति मात्र 16 लाख रूपय की है।
ममता बनर्जी को चाहने वालों की कमी नहीं है, बहुत कुछ ऐसा है जो उन्हें बाकि के राजनेताओं से अलग बनाता है। वो मौजूदा समय में भारत की इकलौती महिला मुख्यमंत्री है। आज हम आपको ममता बनर्जी की जिंदगी के कुछ ऐसे पहलुओ को बताने जा रहे है जो ये बताते है कि आखिर क्यों वह सबसे अलग हैं?
अपने पुश्तैनी घर में रहती हैं ममता बनर्जी
ममता बनर्जी पिछले 10 सालों से पश्चिम बंगाल की सीएम है, उससे पहले वह 7 बार की सांसद भी रह चुकी है। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि वह कभी भी सरकार की ओर से मिलने वाले सरकारी बंग्ले में नहीं रही। ममता बनर्जी हमेशा से अपन पुश्तैनी घर में रहा करती है। जो अब लगभग जर्जर हो गया है। बारिश के दिनों में उनका घर चूने लगता है। यहां तक कि घर के दरवाजे भी इतने ऊंचे नहीं है कि कोई व्यक्ति बिना झुके घर में प्रवेश कर सकें। ममता बनर्जी के पास न तो घर है और न ही गाड़ी। वो रोजाना 4 से 5 किलोमीटर की सफर पैदल तय करती है।
मात्र 16 लाख की संपत्ति की मालिक हैं ममता
जहां अन्य महिला राजनेता रंग बिरंगे डिजाइनर कपड़े और ज्वैलरी पहनती है तो वहीं ममता बनर्जी मात्र एक सूती की सफेद साड़ी पहनती है, और पैरों में हवाई चप्पल। वह कहीं भी जाएं, चाहे विधानसभा हो या फिर रैली… वो अपनी सादगी के साथ कभी कोई समझौता नहीं करती। ममता बनर्जी ने जब 2016 में विधानसभा चुनाव के दौरान नामांकन भरा था तब उन्होंने बताया था कि उनके पास केवल 16 लाख रूपय की संपत्ति है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि एक सीएम के तौर पर ममता बनर्जी अपनी सैलरी नहीं लेती है और ना ही वह किसी तरह का पेंशन लेती है। वह बेहद सादा खाना पसंद करती है। ममता बनर्जी की कमाई का जरिया उनकी पेंटिंग औऱ किताबें है। वो काफी बेहतरीन पेंटर है। उनकी कविताओं को बंगाल की गली गली में पसंद किया जाता है। उन्हें बंगाली की लोक संस्कृति से बेहद प्यार है। उन्हें जब भी मौका मिलता है वो खाना जरूर बनाती है। साथ ही वह क्रिकेट देखने की बड़ी शौकिन है।
वाजपेयी ने की थी जमकर तारीफ
जमीन से जुड़े होने के कारण बंगाल की जनता उन्हें सबसे ज्यादा पसंद करती है। वह समस्या के समय खुद जनता के बीच जाकर उनके दुखों को सुनती है। उसका समाधान करने की कोशिश करती है। बताया जाता है कि जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थी तब एक बार देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी उनसे मिलने के लिए उनके पैतृक घर आए थे। वहां उन्होंने देश की रेल मंत्री का जो रूप देखा, उसे देखकर वो चौंक गए थे। उनकी सादगी की तारीफ खुद वाजपेई जी ने भी की थी।
ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में फिर से विधानसभा चुनावों में जीत के लिए पूरा जोर लगा रही है। हालांकि बीजेपी से उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है लेकिन बावजूद इसके उनके प्रभाव को कम करना बीजेपी के लिए आसान नहीं है। ममता बनर्जी अगर ये चुनाव जीत जाती है तो बंगाल में सीएम के तौर पर ये उनकी हैट्रिक होगी।