बीते काफी समय से बंगाल और केंद्र सरकार के बीच तनातनी का माहौल जारी है। पहले चुनाव को लेकर ममता बनर्जी vs बीजेपी के बीच काफी तेज जुबानी जंग देखने को मिली थीं। चुनाव को खत्म हुए एक महीने का वक्त हो गया, लेकिन इसके बाद भी किसी ना किसी मुद्दे को लेकर दोनों सरकारें आमने-सामने हैं।
केंद्र-बंगाल सरकार के बीच फिर विवाद!
अब केंद्र और बंगाल सरकार के बीच अलपन बंदोपाध्याय को लेकर टकराव की स्थिति बनी हुई है। उनको केंद्र सरकार ने दिल्ली तलब किया था। जिसके बाद वो रिटायर हो गए हैं। दरअसल, बंदोपाध्याय का कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ाया गया था। केंद्र ने उन्हें वापस बुलाया था, लेकिन वो गए नहीं और इसकी जगह रिटायरमेंट का फैसला ले लिया। वहीं ममता बनर्जी ने एक दांव चलते हुए अलपन बंदोपाध्याय को अपना मुख्य सलाहकार नियुक्त कर लिया। अगले तीन साल वो इस पद पर रहने वाले हैं। इसके अलावा बंदोपाध्याय को दिल्ली में नहीं रिपोर्ट करने को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अब बंदोपाध्याय की जगह अपर मुख्य सचिव गृह एचके द्विवेदी को बंगाल का नया मुख्य सचिव बनाया गया है।
ममता ने साधा मोदी सरकार पर निशाना
इसको लेकर अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र पर जमकर बरसी हैं। उन्होंने शोले के एक डायलॉग को बोलते हुए केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वो किसी से नहीं डरतीं। हम मरने के लिए तैयार हैं। शोले फिल्म का डायलॉग बोलते हुए उन्होंने कहा- ‘जो डरते हैं वो मरते हैं, करेंगे, लड़ेंगे, जीतेंगे।’ इसके अलावा ममता ने मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष से एकजुट होकर आवाज उठाने को भी कहा।
केंद्र पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा- ‘नरेंद्र मोदी की सरकार एक दिन पछताएगी। हम उनकी धमकियों से डरने वाले नहीं। बंगाल ने कभी हारना सीखा नहीं। हमेशा हम सिर उठाकर ही चलेंगे।’ उन्होंने विपक्षी नेताओं से अपील की और कहा कि मैं विपक्षी मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं से कहना चाहती हूं कि एक साथ आकर आवाज उठाएं। केंद्र और राज्य सरकारों के बीच हमेशा एक लक्ष्मण रेखा होती रही है। जवाहरलाल नेहरू और बीआर अंबेडकर ने इस पर जोर दिया था। सरकारिया आयोग के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी हरी झंडी दी।
बंगाल की मुख्यमंत्री ने आगे पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर बरसते हुए कहा कि उनका बर्ताव हिटलर, स्टालिन जैसे तानाशाहों की तरह हैं। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र ये सबकुछ कोविड मैनेजमेंट, अर्थव्यवस्था, कृषि समस्या जैसे जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाना के लिए कर रही है।