पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान पीएम मोदी और सीएम ममता बनर्जी के बीचा काफी तीखी जुबानी जंग देखने को मिली थीं। दोनों ने एक-दूसरे पर हमला बोलते हुए वार-पलटवार किए थे। बंगाल चुनाव खत्म हुए एक महीने का वक्त हो गया है, लेकिन लगता है अब तक केंद्र बनाम राज्य सरकार की जंग थमी नहीं। पीएम मोदी से ममता बनर्जी का गुस्सा अब तक ठंडा नहीं हुआ। जब ही तो शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ होने वाली बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री तेवर दिखाती हुई नजर आईं।
बैठक में देरी से पहुंची ममता बनर्जी
बैठक में पहले तो सीएम ममता बनर्जी देरी से पहुंची। उन्होंने आधे घंटे तक पीएम, राज्यपाल को इंतेजार कराया और जब वो पहुंची, तो कुछ कागज देकर वहां से चली गईं। खबरों की मानें तो ममता बनर्जी दूसरी बैठकों का हवाला देकर वहां से चली गईं।
दरअसल, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवात तूफान ‘यास’ ने तबाही मचाई है। इस तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने ही आज पीएम ओडिशा और बंगाल गए। उन्होंने दोनों जगहों पर हवाई सर्वेक्षण के जरिए नुकसान का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने एक मीटिंग भी बुलाई, जिसमें ममता बनर्जी लेट पहुंची।
सीएम ममता बनर्जी ने मीटिंग के बाद बताया कि मुख्य सचिव ने पीएम नरेंद्र मोदी को चक्रवात तूफान से जो नुकसान हुआ है उसकी जानकारी दे दी।
‘बैठक की नहीं थी जानकारी’
वहीं मीटिंग में देरी से पहुंचने पर ममता बनर्जी ने सफाई देते हुए कहा कि उनको जानकारी नहीं थी कि पीएम ने मीटिंग बुलाई है। मेरी दीघा में एक और बैठक हैं। तूफान से हुए नुकसान को लेकर पीएम को रिपोर्ट सौंपी है और उनसे 20 हजार करोड़ की मदद की मांग की गई है। 10-10 हजार करोड़ दीघा और सुंदरबन के विकास के लिए मांगे गए हैं। मैंने उनसे कहा कि राज्य के अधिकारी मुझसे मिलना चाहते हैं। इसके बाद मैंने उनसे परमिशन ली और वहां से निकल गई।’ जबकि पहले सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि जब पीएम मोदी बंगाल के दौरे पर आएंगे, तो वो तूफान से मची तबाही की समीक्षा करने के लिए उनके साथ बैठक करेगीं।
वहीं इसको लेकर बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि पीएम मोदी की समीक्षा बैठक में सीएम और अधिकारियों का शामिल होना राज्य के लोगों के हितों में है। टकराव का रूख राज्य या लोकतंत्र के हित में नहीं है।
ममता बनर्जी की नाराजगी की ये थी वजह?
दरअसल, ममता बनर्जी की नाराजगी की वजह बैठक में शुभेंदु अधिकारी के शामिल होना बताई जा रही है। बैठक के लिए बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी को भी न्योता भेजा गया था, जिस पर ममता को आपत्ति थीं। जिस वजह से ये अटकलें लगातार लगाई जा रही थीं कि ममता बनर्जी इस मीटिंग का हिस्सा नहीं बनेगीं।