टोक्यो ओलंपिक 2022 में भारत अभी तक 2 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज समेत 5 मेडल जीत चुका है। वहीं, कुछ मैचों में भारतीय खिलाड़ियों को कांटे की टक्कर में हार मिली यानी खिलाड़ियों को काफी कम अंतर से हार मिली। भारत के ओलंपियन बॉक्सर सूबेदार सतीश कुमार यादव को भी टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में हार मिली।
सतीश को क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज बखोदिर जलोलोव से मात मिली। इस हार के बाद भी सतीश ने लोगों का दिल जीत लिया है। जिसका नजारा जब वह भारत लौटे तो इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर देखने को मिला। हवाई अड्डे पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। रेजांगला शहीद कल्याण फाउंडेशन की ओर से उनका स्वागत किया गया।
11 टांके लगने के बावजूद रिंग में उतरे थे मेजर
क्वार्टर फाइनल मुकाबले में आंख पर 11 टांके लगने के बावजूद भी वह रिंग में उतरे लेकिन थोड़े अंकों से पीछे रह गए। मेजर ने कहा कि उज्बेकिस्तान के बॉक्सर ने उनके आंख पर हिट किया, तब उनके टांके खुल गए और वे लहूलुहान हो गए। लेकिन दर्द की परवाह किए बगैर उन्होंने उज्बेकिस्तान के बॉक्सर को जबरदस्त पंच लगाए।
प्री क्वार्टर फाइनल में लगी चोटों के कारण माथे और ठुड्डी पर 11 टांके लगवाकर उतरे सतीश क्वार्टर फाइनल में 0-5 से हारे। उन्हें जमैका के रिकार्डो ब्राउन के खिलाफ प्री-क्वार्टर मैच में ठुड्डी और दाहिनी आंख पर गहरा कट लग गया था। उसके बावजूद उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल की थी।
2010 में जीता था पहला मेडल
बताते चले कि भारतीय सेना में नायक सूबेदार सतीश कुमार यादव काफी पहले से ही बेहतरीन प्रदर्शन करते आ रहे हैं। साल 2010 में उन्होंने उत्तर भारत एरिया चैंपियनशिप में अपना पहला गोल्ड मेडल जीता था। सतीश ने पहला नेशनल चैंपियनशिप सिल्वर मेडल जीता। इसके बाद उन्होंने एशियन गेम्स 2014 में ब्रांज मेडल जीता और 2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता। उसके बाद अब वह ओलंपिक में भारत को पदक दिलाने की कोशिशों में लगे थे। लेकिन उज्बेकिस्तान के बॉक्सर से उन्हें हार मिली।