देश में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून और किसान आंदोलन को लेकर सियासत चरम पर है। किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर पिछले 74 दिन से आंदोलन कर रहे हैं। किसान आंदोलन की गूंज अब देश के साथ-साथ विदेशों में भी पहुंच गई है। विदेश के कई बड़े सेलिब्रिटी इस मामले पर अब लगातार ट्वीट कर रहे हैं।
पिछले दिनों पॉप सिंहर रिहाना ने भी किसान आंदोलन को लेकर टिप्पणी की थी। जिसके बाद भारतीय अभिनेता, क्रिकेटर और सिंगरों की ओर से जमकर प्रतिक्रिया दी गई थी। बीते दिन महाराष्ट्र सरकार ने इन सेलिब्रिटीज द्वारा ट्वीट्स किए जाने को लेकर जांच के आदेश दिए।
महाराष्ट्र की इंटेलिजेंस विभाग इस बात की जांच करेंगा कि क्या इन सितारों ने किसी के दबाव में आकर ट्वीट किए थे? महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले को पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया की सामने आई थी। साथ ही बीजेपी के कई नेताओं ने सवाल उठाए थे। इसी बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के नए नवेले अध्यक्ष नाना पटोले ने भी इस मामले पर टिप्पणी की है।
मोटा भाई और छोटा भाई के आगे बोलने की इजाजत नहीं
आज मंगलवार को नाना पटोले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे थे। हाल ही में उन्हें महाराष्ट्र कांग्रेस की जिम्मेदारी दी गई है।
इस दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र है और यहां सभी को अपनी बात रखने का हक है। बीजेपी पर हमला करते हुए नाना पटोले ने कहा कि ये बीजेपी नहीं, जहां मोटा भाई और छोटा भाई के आगे किसी को बोलने की इजाजत नहीं।
किसान आंदोलन को लेकर ट्विटर पर आई प्रतिक्रियाओं पर नाना पटोले ने कहा, बीजेपी की देश भक्ति देश को खत्म करने की है। उन्होंने कहा, किसान आंदोलन को जिस तरह उन्होंने बर्बाद करने की कोशिश की, उससे उनकी देशभक्ति सबके सामने आ गई है। कांग्रेस नेता ने कहा, जहां तक बात सेलेब्रेटी के ट्वीट की है तो हमें पूरा विश्वास है की ये बीजेपी सरकार का ही काम है।
बीजेपी को सता रहा पोल खुलने का डर
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘किसान आंदोलन दबाने के लिए 26 जनवरी को बीजेपी ने जो लाल किले पर तांडव कराया इससे उसकी छवि खराब हो गई है और इसलिए बीजेपी अपनी छवि साफ करने के लिए वो इस प्रकार के काम कर रही है।‘
साथ ही उन्होंने कहा कि ‘सेलिब्रिटी के नाम का इस्तेमाल करके केंद्र सरकार अपना संदेश जनता तक देने की कोशिश कर रही है। नाना पटोले ने पूछा कि अगर ऐसा नहीं तो इस फैसले का बीजेपी और केंद्र के नेता इतना विरोध क्यों कर रहे हैं? शायद इन्हें अपनी पोल खुलने का डर सता रहा है।‘ उन्होंने आरोप लगाया कि सुनील शेट्टी ने जिस नेता के ट्वीट को रिट्वीट किया है, वो बीजेपी का नेता है।
देवेंद्र फडणवीस ने उठाए सवाल
बता दें, महाराष्ट्र सरकार के आदेश के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘भारतरत्न की जांच की भाषा बोलने वालों को शर्म आनी चाहिए। सच कहें तो जांच की मांग करने वाले और मांग को मानने वालों की दिमागी हालत की जांच होनी चाहिए। इसके आगे उन्होंने सवाल किया कि अब कहां गया मराठी गौरव? कहां गया महाराष्ट्र धर्म? भारतरत्न की जांच जो कर सके ऐसा ‘रत्न’ देश में ढूंढे नहीं मिलेगा। इस सरकार की जितनी निंदा की जाए उतना कम है। इस सरकार का दिमाग ठिकाने पर है क्या?’