महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी की सरकार चल रही है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठजोड़ से चल रही सरकार हर मोर्चे पर सफल भी होती दिख रही है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार समेत कई दिग्गज नेता लगातार कहते आ रहे हैं कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
वहीं, राज्य की प्रमुख विपक्षी भारतीय जनता पार्टी की ओर से लगातार सरकार में अंदरुनी कलह होने का दावा किया जाता रहा है। पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के बयानों से यह साफ भी होता दिख रहा है कि महाराष्ट्र सरकार में अंदरखाने कुछ तो खिचड़ी पक रही है।
इसी बीच नाना पटोले के एक और बयान ने महाराष्ट्र की सियासत में हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार का रिमोट कंट्रोल एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के हाथ में है।
एनसीपी पर लगाया धोखा देने का आरोप
दरअसल, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष पिछले कुछ दिनों से गठबंधन के शीर्ष नेताओं को निशाने पर लेते दिख रहे हैं। बीते दिन गुरुवार को पटोले ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी सरकार का रिमोट कंट्रोल शरद पवार के हाथ में है। उन्होंने आगे 2014 विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए एनसीपी पर धोखा देने का आरोप भी लगा दिया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने महाराष्ट्र में कांग्रेस की ताकत बढ़ने का दावा किया और अगला विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की बात भी दोहराई।
इससे पहले सीएम पर लगाया था जासूसी का आरोप
महा विकास आघाड़ी की सरकार में मची इस उथल-पुथल को लेकर राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी चुटकी लेती दिख रही है। इससे पहले नाना पटोले ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार पर अपनी जासूसी करवाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद मामले को बढ़ते देख उन्होंने अपनी सफाई दी थी और मामले का बढ़ा चढ़ा कर पेश करने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि मेरे कहने का गलत मतलब निकाला गया। काल्पनिक कहानी रच कर विपक्ष महाविकास आघाड़ी सरकार में फूट डालने की कोशिश कर रहा है।