लोकसभा चुनाव 2024 में अभी करीब 3 साल का वक्त बचा हुआ है लेकिन विपक्षी पार्टियां अभी से ही उसकी तैयारियों में लग गई है। देश की सियासत में इस बात की चर्चा तेज है कि बीजेपी को आगामी लोकसभा चुनाव में मात देने के लिए थर्ड फ्रंट बनाया जाएगा। अब थर्ड फ्रंट में किसके चेहरे पर विपक्षी पार्टियां चुनाव लड़ेंगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई है।
लेकिन उससे पहले विपक्षी पार्टियों के कई नेता पीएम फेस की दौड़ में उतर आए हैं। ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी राष्ट्रीय राजनीति में उतरने का ऐलान कर चुकी है। हाल ही में ममता बनर्जी ने दिल्ली का दौरा किया, जहां वह विपक्षी पार्टियों के कई नेताओं से मिली। ममता के दिल्ली दौरे के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पीएम मेटेरियल बता दिया।
अभी यह मामला पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ था कि पिछले दिनों बीजेपी की सहयोगी पार्टी जदयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम मेटेरियल बता दिया है। उनके इस बयान पर जमकर सियासत हो रही है। इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान ने कहा है कि नीतीश कुमार पीएम तो क्या सीएम मेटेरियल भी नहीं है!
उपेंद्र कुशवाहा ने दिया था बयान
जदयू के पार्लियामेंट बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा ने बीते रविवार को कहा कि पीएम मोदी को जनता ने प्रधानमंत्री बनाया है, वह अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन देश में और भी लोग हैं जो पीएम बनने की काबिलियत रखते हैं, नीतीश कुमार उनमें से एक हैं। वहीं, नीतीश कुमार ने अपने पीएम मेटेरियल होने पर सोमवार को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई आकांक्षा नहीं है। वह जनता के सेवक हैं।
चिराग पासवान ने बोला जोरदार हमला
दूसरी ओर लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लगातार कई ट्विट करते हुए इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने ट्विट में लिखा, सुना है ‘पीएम मटेरियल’ की महत्वाकांक्षा फिर जोर मारने लगी है। किसी प्रधानमंत्री के पद पर होते हुए अगर किसी सहयोगी की तरफ से ये आये कि वह भी पीएम मटेरियल है तो ज़ाहिर है कि भावना मौजूदा प्रधानमंत्री के पद को छीन लेने की है।‘
उन्होंने अपने अगले ट्विट में कहा, ‘एक ‘मन की बात’ पीएम सुनाते हैं। दूसरी ‘मन की बात’ पीएम मटेरियल की तरफ से आयी है। अंतर ये है कि पीएम मटेरियल की बातें स्वार्थ में सराबोर हैं। लोगों द्वारा रिजेक्ट होने के बाद भाजपा की दया पर सीएम बने पीएम मटेरियल भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ही जड़ खोदने में लगे हैं।‘ एलजेपी सांसद ने कहना है कि पीएम मटेरियल तो नहीं पता लेकिन नीतीश कुमार सीएम मटेरियल नहीं हैं।
चिराग पासवान ने अपने अगले ट्विट में कहा, ‘पीएम मटेरियल ने भाजपा के दम पर भाजपा के ही खिलाफ अपनी गुप्त योजना को अंजाम देना शुरू कर दिया है। जातीय जनगणना, जनसंख्या नियंत्रण कानून, सीएए, एनआरसी जैसे मुद्दों पर बीजेपी से अलग राह अपनाकर पीएम मेटेरियल ने अपने सपने को सच करने का अभियान शुरू कर दिया है। सावधान !!!’
विपक्षी पार्टियों को होना होगा एकजुट
बताते चले कि देश की सियासत में अगले लोकसभा चुनाव के लिए पीएम फेस को लेकर होड़ मची हुई है। ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, नीतीश कुमार, कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी समेत कई नेता पहले ही पीएम फेस बताए जा चुके हैं। ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए थर्ड फ्रंट की संभावना खटाई में पड़ सकती है। क्योंकि बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी जैसे बड़े चेहरे को टक्कर देने के लिए विपक्षी पार्टियों को एकजुटता के साथ आगे बढ़ना होगा…मुकाबला करना होगा और लोगों का विश्वास जीतना होगा।