बिहार की सियासत में इन दिनों उठा पटक का खेल जारी है। दिवंगत नेता रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी अब बिखरती हुई दिखाई दे रही है। पार्टी के 6 सांसदों में से 5 सांसद ने एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस को अपना नेता मान लिया है।
पशुपति पारस लोकसभा में एलजेपी के नेता बन गए। जिसके बाद पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने उन 5 सांसदों को पार्टी से निलंबित कर दिया। लेकिन इसके बावजूद एलजेपी दो गुटों में चल रही है। इसी बीच चिराग पासवान ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
पार्टी करेगी फैसला…
अंग्रजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा, अभी तक उन्हें प्रधानमंत्री मोदी पर पूरा भरोसा है और उन्होंने उनका हमेशा समर्थन भी किया है। लेकिन यह विश्वास एकतरफा नहीं हो सकता है।
साथ ही उन्होंने बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल से गठबंधन को लेकर भी अपनी बात रखी है। जमुई लोकसभा क्षेत्र से एलजेपी सांसद चिराग पासवान ने आरजेडी के साथ गठबंधन को लेकर कहा कि आप राजनीति में कभी भी किसी को ना नहीं कह सकते हैं।
एलजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘अगर बीजेपी मुझे एक कोने में धकेलती रहती है… तो हां, यह पार्टी पर निर्भर करेगा कि वह विकल्प तय करे कि आगे क्या होना चाहिए। पार्टी इसको लेकर फैसला करेगी।‘
बीजेपी से चर्चा के बाद चुनाव में अकेले उतरी थी एलजेपी
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एलजेपी ने अकेले चुनाव लड़ा था। पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी। लेकिन एलजेपी ने कई सीटों पर जदयू को नुकसान पहुंचाया था। अपने इस फैसले का बचाव करते हुए एलजेपी अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि बीजेपी से चर्चा होने के बाद ही यह तय किया गया था।
उन्होंने कहा, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष के साथ बैठक में निर्णय लिया गया था।
चिराग पासवान ने आगे कहा, ‘मैंने उन्हें साफ़ कर दिया था कि मेरे लिए सिर्फ 15 सीटों पर चुनाव लड़ना संभव नहीं है और वो भी तब जब आने वाली सरकार में मेरे एजेंडे को महत्व नहीं दिया जा रहा है, इसलिए मैं ऐसे गठबंधन का हिस्सा क्यों बनूं?’
उन्होंने आगे कहा कि एलजेपी 2014 से ही भाजपा के साथ गठबंधन में थी जब जदयू इसका हिस्सा भी नहीं थी, इसलिए पार्टी ने यह फैसला किया था कि हमें भाजपा के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ना चाहिए।
चाचा के खिलाफ कोर्ट जाएंगे चिराग पासवान
एलजेपी अध्यक्ष ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में पार्टी में चल रही अंदरुनी कलह पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने चाचा पशुपति पारस और अन्य सांसदों की बगावत को लेकर कहा कि वह चुनाव आयोग और अदालतों में लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं। चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 78 सदस्यों में से उन्हें 66 का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने यह भी दावा किया कि सिर्फ दो प्रदेश अध्यक्ष पारस गुट के साथ गए हैं और बाकी सभी उनके साथ खड़े हैं। ऐसे में आने वाले समय में स्थिति क्या होगी, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई है।