राजस्थान के दौसा में एक लेडी डॉक्टर की सुसाइड का मामला जबरदस्त सुर्खियों में छाया हुआ है। बीते दिन डॉ. अर्चना शर्मा ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मंगलवार को फंदे से लटकता हुआ लेडी डॉक्टर का शव उनके घर में मिला। मामला दौसा जिले के लालसोट का है। डॉ. अर्चना शर्मा एक सुसाइड नोट भी छोड़कर गई हैं, जिसमें उन्होंने लिखा है कि डॉक्टरों को प्रताड़ित करना बंद करो। आखिर कौन थीं डॉ. अर्चना सिंह? क्यों उन्होंने खुदकुशी की? साथ ही सुसाइड नोट में ऐसी बाते क्यों लिखीं? इसके बारे में आइए सबकुछ जान लेते हैं…
जानें पूरा मामला?
दरअसल, ये पूरा मामला डिलीवरी के दौरान एक महिला की मौत से जुड़ा हुआ है। डॉ. अर्चना शर्मा और उनके पति डॉ. सुनीत उपाध्याय का लालसोट कस्बे में एक हॉस्पिटल चलाते थे। सोमवार को अस्पताल में पास के ही एक गांव से एक महिला डिलीवरी के लिए लाई गई थी। डिलीवरी के दौरान महिला को ज्यादा ब्लीडिंग होने के चलते डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए। हालांकि इस दौरान नवजात को बचा लिया गया।
इस मामले में ही लापरवाही करने का आरोप लगा और डॉ. अर्चना सिंह और डॉ. सुनीत उपाध्याय के खिलाफ हत्या का केस भी दर्ज कराया गया। डॉ. अर्चना गायनेकॉलिजिस्ट थीं और वो 8 सालों से प्रैक्टिस कर रही थीं। इस पूरी घटना से परेशान होकर वो डिप्रेशन में आ गई थीं। अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए ही डॉ. अर्चना ने मौत को गले लगा लिया। मंगलवार सुबह उन्होंने सुसाइड की।
सुसाइड नोट में क्या कुछ लिखा?
मामले में एक सुसाइड नोट भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर लिखा कि इसमें उनकी कोई गलती नहीं थीं। डॉ. अर्चना ने लिखा कि मैं अपने पति और बच्चों से बहुत प्यार करती हूं। प्लीज, मेरे मरने के बाद इनको परेशान मत करना।
डॉ. अर्चना ने आगे खुद को बेगुनाह बताते हुए लिखा कि मैंने कोई गलती नहीं की। किसी को नहीं मारा। पीपीएच कॉम्प्लिकेशन है। इसके लिए डॉक्टर को इतना प्रताड़ित करना बंद करो। मेरा मरना शायद मेरी बेगुनाही को साबित कर दें। बेगुनाह डॉक्टरों को प्रताड़ित करना बंद करो प्लीज।
घटना से गुस्से में डॉक्टर
डॉ. अर्चना शर्मा की सुसाइड के बाद राजस्थान के डॉक्टर गुस्से में। इस घटना के चलते प्रदेश के डॉक्टर आज हड़ताल पर हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने राज्य के सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में इमेरजेंसी को छोड़कर बाकी सेवाएं बंद रखने का ऐलान किया। वहीं दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर भी काली पट्टी बांधकर घटना का विरोध जता रहे हैं।