देश में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से हाहाकार मचा दिया। सबसे ज्यादा हाल महाराष्ट्र का खराब हो रहा है। अकेले महाराष्ट्र से ही 50 हजार से ज्यादा नए मामले रोजाना सामने आ रहे हैं। बेकाबू कोरोना की रफ्तार और इस वायरस की चेन को तोड़ने के लिए बीते दिन महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया और एक मई तक राज्य में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाने का ऐलान किया।
ऑक्सीजन की कमी बनी चिंता
महाराष्ट्र में दिन पर दिन बढ़ रहे केसस की वजह से हालात खराब होते जा रहे हैं। कहीं पर अस्पतालों में बेड फुल हो गए, तो कहीं पर वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की कमी का सामना मरीजों को करना पड़ रहा है। मंगलवार को जब महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने जनता को संबोधित किया था, तब भी उन्होनें ऑक्सीजन की कमी को लेकर अपनी चिंता जताई थी। सीएम ने कहा था कि राज्य में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई कम पड़ रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसको लेकर पीएम मोदी से मदद करने की अपील भी की थी।
सिलेंडर सप्लाई करने वाली कंपनियों में भारी कमी
कई जगहों पर ऐसा हाल देखने को मिल रहा हैं, जहां ऑक्सीजन की कमी की वजह से मरीजों को काफी दिक्कत हो रही हैं। आर्थिक राजधानी मुंबई के भी हालात ऐसे ही हैं। यहां वो कंपनी जो ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई करती है, उनको ही अपनी जरूरत की हिसाब से लिक्विड ऑक्सीजन नहीं उपलब्ध हो पा रही। जिसके चलते वो मांग पूरी करने में असमर्थ है।
मुंबई में ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति करने वाले रबाले एमआईडीसी को सतरामदास गैस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में ऑक्सीजन की भारी कमी महसूस हो रही है। कंपनी की क्षमता 80 टन ऑक्सीजन स्टोर करने की है। फिलहाल उनको रोजाना की 45 टन ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन अभी के समय में मिल केवल 20 से 25 टन ही पा रही है। जिसकी वजह से वो मांग के अनुसार ऑक्सीजन सप्लाई नहीं कर पा रहे।
‘जरूरत के हिसाब से नहीं पा रही ऑक्सीजन’
इसको लेकर कंपनी के सेल्स मैनेजर मल्हार मांजे ने बताया कि इस वक्त हमारी जरूरत 42-45 टन लिक्विड ऑक्सीजन की है, लेकिन उसमें से मिल केवल 20 से 25 टन ही पा रही है। जरूरत से आधी ही लिक्विड ऑक्सीजन हमको उपलब्ध हो रही है। शॉर्टेज पीछे से चल रही है, जिसकी वजह से हम मांग पूरी नहीं कर पा रहे। उन्होनें बताया कि हम ऑक्सीजन सिर्फ गर्वमेंट को ही सप्लाई करते हैं और बाकी किसी को ऑक्सीजन नहीं देते। अभी के समय में तो वो मांग ही पूरी नहीं हो पा रही। बता दें कि फिलहाल ये कंपनी मुंबई, नवी मुंबई, कल्याण डोंबिवली के सभी सरकारी कोविड सेंटर्स को ऑक्सीजन की सप्लाई कर रही है।
गौरतलब है महाराष्ट्र में कोरोना की वजह से इस वक्त बुरा हाल है। महाराष्ट्र से बीते दिन 60 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए थे। राज्य में इस दौरान 281 लोगों ने दम तोड़ा। महाराष्ट्र में कोरोना का आंकड़ा दिन पर दिन बढ़ता ही चला जा रहा है। अस्पतालों पर भी बोझ बढ़ रहा है। ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि उद्धव सरकार ने जो ये 15 दिनों के लिए ‘ब्रेक द चेन’ अभियान के तहत पाबंदियां लगाई है, उससे कोरोना कंट्रोल में आ पाता है या नहीं…?