गाजियाबाद से एक बड़ी खबर समाने आई है और ये खबर शराब को लेकर है. दरअसल, गाजियाबाद आबकारी विभाग ने तकनीकी कारणों से बाजार में ना बेची जाने वाली शराब की करीब 7,000 बोतलों को बुलडोजर चलाकर नष्ट कर दिया जिसकी कीमत 8 करोड़ रूपये थी.
बिक नहीं सकती थी ये शराब
जानकारी के अनुसार, ये शराब नेशनल हाईवे 9 मेरठ रोड स्थित मोरटा क्षेत्र के एक गोदाम में रखी हुई थी और ये शराब काफी पुरानी थी जिसकी वजह से कंपनी को दोबारा इस शराब की 7,000 बोतलों को रीपैकेजिंग करना पड़ता. वहीं कंपनी को शराब की रीपैकेजिंग करना काफी महंगा पड़ रहा था और इस वजह से आबकारी विभाग ने शराब को नष्ट करने का निर्णय लिया. वहीं नष्ट करने की वजह एक ये भी है कि इस शराब का गलत उपयोग किया जा सकता था. वहीं इस वजह से इस शराब पर बुलडोजर चलाकर आबकारी विभाग के अधिकारीयों की मौजूदगी में नष्ट किया गया .
वहीं इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यह शराब काफी पुरानी थी और जिस वक्त यह शराब आई थी, तब ड्यूटी जमा नहीं होती थी हालांकि बाद में इसकी ड्यूटी भी जमा कर दी गई, लेकिन इसकी बिक्री नहीं हो पाई. इसलिए तकनीकी कारणों से इस शराब को नष्ट किया जा रहा है ताकि इसका गलत इस्तेमाल ना हो सके.
वहीं आबकारी अधिकारी ने बताया कि इस गोदाम में सबसे ज्यादा बकार्डी कंपनी की शराब है,जो बहुत पुरानी हो चुकी है. इन शराब की बोतलों पर शराब की नई नीति के मुताबिक बारकोड वगैरा की व्यवस्था भी नहीं हो सकती थी. इस कारण से इसकी बाजार में भी बिक्री संभव नहीं थी, और इस वजह से इसे नष्ट कर दिया गया है. वहीं उन्होंने ये भी बताया कि नष्ट की गई शराब की कीमत करीब 8 करोड़ रुपए है. इससे पहले भी इस तरह की करीब 12 करोड़ की शराब को नष्ट किया जा चुका है.
साल 2022 में भी हुई थी ऐसी कार्रवाई
आपको बता दें, शराब की 1100 पेटियों पर बुलडोजर की कार्रवाई इससे पहले भी मई 2022 में गाजियाबाद जनपद में अवैध शराब का निर्माण, परिवहन एवं बिक्री रोकने के लिए आबकारी विभाग ने शराब की 1100 पेटियों को बुलडोजर चलाकर नष्ट कर दिया था. विभाग का कहना था कि आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी.