दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर खासा चर्चाएं बटोर रहा है। इस वीडियो में जहांगीरपुरी हिंसा का मुख्य आरोपी अंसार पुष्पा फिल्म के ‘मैं झुकेगा नहीं’ वाले स्टाइल को कॉपी करता नजर आ रहा है। अंसार अपने चेहरे पर पुष्पा स्टाइल में हाथ फेरता हुआ दिख रहा है। ऐसा लग रहा है कि मानो वो बता रहा है कि वो अभी भी झुकेगा नहीं। इस वीडियो को देखकर हर कोई बस यही कह रहा है कि गिरफ्तार होने के बाद भी आरोपी की अकड़ कम नहीं हुई।
दो बार मारपीट के आरोप में जा चुका है जेल
जहांगीरपुरी हिंसा का मुख्य आरोपी बताया जा रहा अंसार की अगर क्रिमनल हिस्ट्री पर नजर डालें तो वो दागदार रही है। वो इससे पहले भी कई केस में फंस चुका है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक गैम्बलिंग और आर्म्स ऐक्ट के तहत अंसार पर पांच बार मुकदमा दर्ज हुआ। वहीं मारपीट के आरोपों में वो दो बार गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
पत्नी बता रही ‘बेकसूर’
अंसार को जहांगीरपुरी हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक अंसार को पता था कि शोभा यात्रा किधर से निकलेगी और उसने ही यहां हिंसा की साजिश रची। वहीं, अंसार की पत्नी शकीना उन्हें बेकसूर बताते हुए नजर आ रही हैं। शकीना की ओर से दावा किया जा रहा है कि अंसार लड़ाई की खबर मिलने पर उसे रोकने के लिए गया था।
पूरी घटना को लेकर अंसार के अलावा दिल्ली पुलिस ने असलम को भी मुख्य आरोपी बनाया। जहां अंसार को हिंसा का ‘मास्टरमाइंड’ बताया जा रहा है, वहीं असलम ने बवाल के दौरान गोली चलाई। आरोप लगे है कि अंसार और उसके साथियों ने धार्मिक जुलूस निकाल रहे लोगों से बहस की। इसके बाद बात बढ़ गई और पथराव शुरू हो गया।
BJP ने आम आदमी पार्टी से जुड़े होने का किया दावा
इसके अलावा सोशल मीडिया पर अंसार को लेकर कई जानकारियां सामने आ रही हैं। दावा तो ये तक किया जा रहा है कि अंसार दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी से जुड़ा हुआ है। बीजेपी नेता आदेश गुप्ता ने दावा किया कि अंसार AAP के एक विधायक का बेहद करीबी है और उनके इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता रहता है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से देखने मिल रहा है देश में सांप्रदायिक हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं। पहले राजस्थान का करौली, फिर मध्य प्रदेश का खरगोन और अब दिल्ली का जहांगीपुरी हिंसा का शिकार हुआ। शनिवार को अचानक दिल्ली के जहांगीपुरी में हिंसा भड़क उठी
शनिवार को हनुमान जयंती थीं। इस मौके पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में शोभा यात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान ही यहां हालात बिगड़ गए। आरोपों के मुताबिक कुछ लोगों में पहले तो झड़प हुई और बात बढ़ते-बढ़ते पथराव तक पहुंच गई। आरोप है कि इस दौरान दोनों ही तरफ से पथराव हुए। पुलिस ने सिचुएशन कंट्रोल करने की भी कोशिश की।
से ही पथराव शुरू हो गया। पुलिस इस दौरान हालातों पर काबू पाने की कोशिश करती रही। इसके बाद हालात और बिगड़ गए और वहां हिंसा फैल गई। हिंसा की चपेट में आकर कुल 7 लोग घायल हुए, जिनमें 6 पुलिसकर्मी घायल रहे।
किसने और क्यों दिल्ली को दंगों की आग में झोंकने की, दिल्ली पुलिस इसकी जांच में जुटी है। पूरी घटना को लेकर पुलिस अब तक 20 से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच के लिए पुलिस ने 250 से ज्यादा CCTV कैमरों की फुटेज और हिंसा के दौरान अलग-अलग मोबाइल से बनाई गई वीडियोज को कब्जे में लिया है। इन वीडियो के आधार पर ही पुलिस ने सभी गिरफ्तारियां की। वहीं खबरों के मुताबिक 50 से अधिक लोगों से पूछताछ चल रही है। इसके अलावा 100 से ज्यादा संदिग्ध फरार बताए जा रहे हैं।