मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का निधन (Ratan Tata Passed Away) हो गया है। बुधवार को 86 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन के बाद सोशल मीडिया पर उनसे जुड़ी कुछ खबरें वायरल हो रही हैं। इन्हीं में से एक खबर यह है कि टाटा ने 26/11 मुंबई हमलों के बाद पाकिस्तान के साथ व्यापार करने से इनकार कर दिया था और कांग्रेस के एक नेता को आईना दिखाते हुए कहा था, ‘आप बेशर्म हो सकते हैं, लेकिन मैं नहीं हूं… आइए आपको बताते हैं इस खबर की सच्चाई।
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आइए जानते हैं क्या है वह वायरल मैसेज-Ratan Tata Viral Post
26/11 के हमलों के बाद रतन टाटा ने भारत और विदेशों में अपने होटलों की श्रृंखला के पुनर्निर्माण के लिए निविदाएं जारी कीं, जिसके लिए कुछ पाकिस्तानी कंपनियों ने भी आवेदन किया। अपने दावे को मजबूत करने के लिए, दो पाकिस्तानी उद्योगपति बिना अपॉइंटमेंट के बॉम्बे हाउस (टाटा समूह का मुख्यालय) भी आ गए, क्योंकि रतन टाटा ने उन्हें अपॉइंटमेंट नहीं दिया था। पहले तो उन्हें बॉम्बे हाउस के रिसेप्शन पर काफी देर तक इंतजार कराया गया, फिर उन्हें बताया गया कि रतन टाटा बहुत व्यस्त हैं और बिना पूर्व अपॉइंटमेंट के किसी से नहीं मिल सकते।
इससे नाराज होकर दोनों उद्योगपति दिल्ली गए और अपने उच्चायुक्त के माध्यम से केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा से मिले। आनंद शर्मा ने टाटा को फोन किया और उनसे दोनों पाकिस्तानी उद्योगपतियों को अपॉइंटमेंट देने और उन्हें टेंडर देने का अनुरोध किया। इस पर रतन टाटा ने कहा, ‘आप बेशर्म हो सकते हैं, लेकिन मैं नहीं हूं…’ और फोन काट दिया।
रत्न टाटा ने टाटा सूमो बेचने से किया मना- Ratna Tata refused to sell Tata-Sumo
रतन टाटा द्वारा पाकिस्तान को टाटा सूमो (Ratna Tata Tata-Sumo) बेचने से इनकार करने का दावा सोशल मीडिया पर कई बार प्रसारित किया गया है, लेकिन यह पूरी तरह से झूठ और झूठी अफवाह है। इस अफवाह के अनुसार, रतन टाटा ने कथित तौर पर सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए पाकिस्तान को टाटा सूमो वाहन बेचने से इनकार कर दिया था क्योंकि इसका इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों में किया जा सकता था। हालांकि, यह दावा पूरी तरह से झूठा है और इसका कोई वास्तविक सबूत या सत्यता नहीं है।
@TheMayanks It’s not true. As per current rules, which determine trade between India & Pakistan, automobiles are in the restricted list. 1/2
— Tata Motors (@TataMotors) July 16, 2013
रतन टाटा द्वारा पाकिस्तान को टाटा सूमो बेचने से इनकार करने की खबर पूरी तरह से अफवाह है और इसका कोई वास्तविक प्रमाण या सच्चाई नहीं है। ऐसी खबरें गलत सूचना के रूप में फैलाई जाती हैं, इसलिए उन पर विश्वास करने से पहले उनकी पुष्टि कर लेना ज़रूरी है।
अफवाह की सच्चाई
सोशल मीडिया पर कई बार ऐसी अफवाहें फैलती रहती हैं, लेकिन टाटा समूह या खुद रतन टाटा की ओर से कभी भी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, जिसमें पाकिस्तान को टाटा सूमो बेचे जाने की बात से इनकार किया गया हो। रतन टाटा और टाटा समूह ने कभी भी सार्वजनिक रूप से ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, और यह पूरी तरह से एक मिथक है जिसे बिना किसी आधार के बार-बार फैलाया जाता है।
तथ्य की पुष्टि
खबरों की मानें तो, यह अफवाह पहली बार करीब छह साल पहले सोशल मीडिया पर सामने आई थी, और इसके बाद से इसे समय-समय पर दोहराया जाता रहा है। लेकिन यह एक गलत जानकारी है, जिसका कोई आधार नहीं है।
ऐसी पोस्ट 2012 से शेयर की जा रही है, जिसे 6 साल पहले ही खारिज किया जा चुका है। लेकिन फिर भी यह पोस्ट समय-समय पर सोशल मीडिया पर दिखाई देती है। दरअसल, भारत और पाकिस्तान (India and Pakistan Relation) के बीच किसी भी तरह के उच्च स्तरीय व्यापार पर भारत सरकार ने पहले ही प्रतिबंध लगा रखा है। इसलिए पाकिस्तान सरकार और टाटा समूह के बीच इस तरह का कोई व्यापार प्रस्ताव संभव नहीं है।
आपको बता दें कि यह खबर सबसे पहले BharathAutos की वेबसाइट पर पोस्ट की गई थी। लेकिन सच्चाई सामने आने के बाद कंपनी ने उस पोस्ट को अपनी वेबसाइट से हटा दिया और माफी भी जारी की।
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